भुवनेश्वर: नीदरलैंड्स ने शनिवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए बेहद रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को पेनाल्टी शूट आउट में 4-3 से मात देकर पुरुष हॉकी विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। तय समय में मैच का नतीजा 2-2 से बराबर रहा। इस कारण मैच पेनाल्टी शूटआउट में गया और यहां भी स्कोर 3-3 से बराबर रहा। सडन डेथ में नीदरलैंड्स ने गोल किया जबकि ऑस्ट्रेलिया चूक गई और नीदरलैंड्स फाइनल का टिकट कटाने में सफल रही। फाइनल में नीदरलैंड्स का सामना बेल्जियम से होगा जिसने शनिवार को ही पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 6-0 से मात दी। ऑस्ट्रेलिया एक समय 1-2 से पीछे थी, लेकिन कप्तान एडी ओकिंडन ने आखिरी मिनट में गोल कर स्कोर 2-2 से बराबर कर मैच में रोमांच ला दिया।

नीदरलैंड्स से इस मैच में आक्रामक शुरुआत की उम्मीद थी। हुआ भी ऐसा ही। पांचवें मिनट में उसे पेनाल्टी कॉर्नर मिला। इस पर हालांकि वान डेर वीडेन गोल नहीं कर पाए। नीदरलैंड्स को पहले गोल के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। नौवें मिनट में ग्लैन श्चूरमैन ने शानदार फील्ड गोल कर नीदरलैंड्स को 1-0 से आगे कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने बराबरी की बहुत कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। दूसरे क्वार्टर में नीदरलैंड्स ने दूसरा गोल कर ऑस्ट्रेलिया को और दबाव में ला दिया। सीवे वान आस ने 20वें मिनट में एक और शानदार फील्ड गोल कर नीदरलैंडस को 2-0 की बढ़त दिला दी। इस क्वार्टर में नीदरलैड्स को कुल तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन एक पर भी गोल नहीं हो सका। वहीं दूसरे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया के हिस्से भी दो पेनाल्टी कॉर्नर आए। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दोनों मौकों पर नाकाम रहे।

आस्ट्रेलियाई टीम की कोशिश तीसरे क्वार्टर में भी नही रुकी और आखिरकार क्वार्टर के आखिरी मिनट में वह पहला गोल कर मैच में वापसी करने में सफल रही। ऑस्ट्रेलिया को 45वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिस पर टिम हॉवर्ड ने गोल कर ऑस्ट्रेलिया का खाता खोला। आखिरी क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया बेहद आक्रामक थी। उसने अपना दूसरा गोल कर ही दिया था लेकिन नीदरलैंड्स के गोलकीपर पिरमिन ब्लाक ने शानदार बचाव करते हुए उसे बराबरी नहीं करने दी।

ऑस्ट्रेलिया ने अपने गोलकीपर को हटा एक अतिरिक्त फॉरवर्ड खिलाड़ी मैदान पर उतार दिया। 57वें मिनट में वह एक और पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही लेकिन एक बार फिर ब्लाक उसकी राह में बाधा बन गए। मैच खत्म होने में जब 26 सेकेंड का समय बचा था तब ऑस्ट्रेलिया ने शानदार फील्ड गोल के जरिए बराबरी कर ली। डी के बाहर डेनियल बील ने ओकिंडन को पास दिया, ओकिंडन ने गेंद को नेट में डाल आस्ट्रेलिया को बराबरी करा मैच पेनाल्टी शूटआउट में पहुंचा दिया। यहां भी स्कोर बराबर रहा और सडेन डेथ में नीदरलैंडस बाजी मार ले गई।

इस हार के साथ ही डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का लगातार पांचवीं बार फाइनल में पहुंचने के साथ-साथ खिताबी हैट्रिक पूरी करने का मौका चूक गया। ऑस्ट्रेलिया साल 2002 से लगातार हॉकी विश्वकप के फाइनल में पहुंच रहा था। उसने 2014 और 2010 में खिताब अपने नाम किया था।

नीदरलैंड्स की टीम लगातार दूसरी बार विश्वकप के फाइनल में पहुंची है। पिछली बार ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में 6-1 मात देकर नीदरलैंड को खिताबी जीत नहीं हासिल करने दी थी। ऐसे में उसने चार साल बाद कंगारुओं से अपना हिसाब चुकता कर लिया है। नीदरलैंड ने भी छठवीं बार फाइनल में प्रवेश किया है। इससे पहले वो 1973, 1990 और 1998 में खिताब जीत चुका है।