प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ विदेश यात्राएं चर्चा हमेशा चर्चा में रही हैं। जून 2014 से लेकर अब तक करीब साढ़े 4 साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने 84 विदेश यात्राएं की हैं और इसके लिए 2011 करोड़ रुपये खर्च किए गए। यह जानकारी संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि पूरे खर्च में एयर इंडिया के विमान का मेंटिनेंस और सुरक्षित हॉटलाइन भी शामिल है। इस खर्च में विमानों के रखरखाव पर 1088.42 करोड़ रुपये और चार्टर्ड उड़ानों पर 387.26 करोड़ रुपये खर्च हुए। जबकि हॉट लाइन पर कुल 9.12 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से अपना कार्यभार संभाला तब से उन्होंने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की हैं। इनमें कुछ चुनिंदा देश जैसे अमेरिका, जापान और चीन का उन्होंने कई बार दौरा किया ताकि रणनीतिक लिहाज से वैश्विक स्तर पर देश का प्रभाव कायम हो सके।

विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह के मुताबिक पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में बाकी सालों के मुकाबले 2018 में कम यात्राएं की हैं। इससे पहले 2014-15 में उन्होंने 13 विदेश यात्राएं, 2015-16 में सबसे ज्यादा 24 दौरे और 2016-17 में 19 विदेशी दौरे किए। प्रधानमंत्री का आखिरी विदेश दौरा पिछले महीने चीन का रहा। वीके सिंह ने बताया कि इन तमाम दौरों का उद्देश्य बाकी देशों के साथ व्यापार, निवेश, टेक्नोलॉजी और विकास की भागीदारी को सुनिश्चित करना था। पीएम के इन यात्राओं से राष्ट्रों के बीच आपसी सूझबूझ और राजनयिक पहुंच में काफी इजाफा हुआ।