भुवनेश्वर: रियो ओलंपिक चैम्पियन और दुनिया की दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना को तनावपूर्ण मुकाबले में 3–2 से हराकर इंग्लैंड ने लगातार तीसरी बार हॉकी विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।

विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज इंग्लैंड की टीम 2010 और 2014 विश्व कप में भी सेमीफाइनल में पहुंची थी। वहीं इस टूर्नामेंट में अर्जेंटीना दो साल पहले रियो ओलंपिक में किये गए प्रदर्शन को दोहरा नहीं सकी। पूल चरण में भी उसे फ्रांस ने 5–3 से हरा दिया था।

पहला क्वॉर्टर गोलरहित रहने के बाद इंग्लैड ने तीनों क्वॉर्टर में फील्ड गोल किये जबकि पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ गोंजालो पेलाट के दो गोल के बावजूद अर्जेंटीना वापसी नहीं कर सकी। इंग्लैंड के लिये बैरी मिडिलटन (27वां), विल कैलनान (45वां) और हेनरी मार्टिन (49वां) ने गोल दागे जबकि अर्जेंटीना के लिये पेलाट ने 17वें और 48वें मिनट में गोल किये।

मैच में अर्जेंटीना के चार और इंग्लैंड के तीन खिलाड़ियों को पीले और हरे कार्ड दिखाये गए। अर्जेंटीना के गोलकीपर जुआन विवाल्डी ने कुछ अच्छे गोल बचाये वरना अंतर और भी अधिक होता। अर्जेंटीना को पहले क्वॉर्टर में मिला पेनल्टी कार्नर बेकार गया लेकिन दूसरे क्वॉर्टर की शुरूआत में ही पेलाट ने पेनल्टी कॉर्नर को तब्दील करके टीम को बढत दिलाई।

इंग्लैंड के लिये जेम्स गाल और फिल रोपर ने दाहिने छोर से बेहतरीन जवाबी हमला किया लेकिन पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली। इसके बाद लियाम एंसेल अर्जेंटीना के डिफेंडरों को छकाते हुए गेंद लेकर आगे बढे और सर्कल के ऊपर बैरी मिडिलटन को गेंद सौंपी जिन्होंने गोल करने में कोई चूक नहीं की।

तीसरे क्वॉर्टर में अर्जेंटीना को 36वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया जबकि इंग्लैंड की टीम भी 40वें मिनट में मिले लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने में नाकाम रही। इस क्वॉर्टर के आखिरी मिनट में कैलनेन ने गोल करके उसे बढत दिलाई हालांकि आखिरी क्वॉर्टर के दूसरे ही मिनट में पेलाट ने फिर अर्जेंटीना को मैच में लौटाया।

बराबरी के गोल से स्तब्ध इंग्लैंड ने जवाबी हमले तेज कर दिये और इसी प्रयास में उसे 48वें मिनट में हैरी मार्टिन ने एक बार फिर बढत दिलाई जो अंत तक कायम रही। अर्जेंटीना के आक्रमण में आखिरी मिनटों में धार नजर नहीं आई।