मेरठ: बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र के गांव चिंगरावठी के बवाल में हुई इंस्पेक्टर की हत्या में सबसे अहम माना जा रहा फौजी जीतू पुलिस के शिकंजे में आ गया है। जीतू को कश्मीर से एसटीएफ और पुलिस की टीम लेकर बुलंदशहर आ रही है, वह वहां पर कारगिल में तैनात है। बवाल के अगले ही दिन जाकर उसने ड्यूटी ज्वाइन की थी। आरोप है कि उसने ही इंस्पेक्टर की पिस्टल उठायी थी। उसके पास इंस्पेक्टर की पिस्टल होने और उसी के द्वारा इंस्पेक्टर को गोली मारे जाने का भी संदेह पुलिस को है।

बवाल को लेकर 2.48 मिनट का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक को इंस्पेक्टर की लाश के पास से कुछ उठाते हुए दिखाया गया है। इसी युवक पर इंस्पेक्टर को गोली मारने का भी संदेह अधिकारियों को है। इस युवक की शिनाख्त महाव गांव के जीतू फौजी के रूप में होने का दावा किया जा रहा है। उसके बारे में जानकारी करने पर पता चला कि वह कारिगल में तैनात है और हिंसा के बाद ही वह शाम को निकल गया था और अगले ही दिन उसने अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली थी।

वरिष्ठ अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को कश्मीर में सेना ने जीतू फौजी को एसटीएफ और पुलिस की टीम के सुपुर्द कर दिया है और वह उसे लेकर बुलंदशहर आ रही है। इसके आने के बाद कुछ और अहम खुलासे होने की उम्मीद अधिकारियों को है।

एसआईटी के प्रभारी आईजी रामकुमार ने बताया कि जीतू फौजी मुकमदे में नामजद है और अहम अभियुक्त है। वह घटना के बाद वापस ड्यूटी पर चला गया था। उसे लाने के लिए टीमें कश्मीर गई हुई हैं।

पुलिस का मानना है कि इंस्पेक्टर से लूटी 0.32 बोर की निजी पिस्टल संभवतः जीतू फौजी के ही पास है। उसके आने के बाद यदि वह पिस्टल को बरामद कर लेते हैं तो यह बड़ी कामयाबी होगी।

जीतू इन दिनों कारगिल में तैनात है। वह बीस दिन पहले ही छुट्टी पर आया था, उसकी छुट्टी मंगलवार को समाप्त हो गई थी। वह अपनी भांजी की शादी में हापुड़ के सीतादेई में भात देने के लिए छट्टी लेकर आया था। सोमवार को हुई हिंसा के बाद शाम को ही वह अपनी ड्यूटी के लिए निकल गया था।

मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि बुलंदशहर बवाल के संबंध में जीतू फौजी एक नामजद अभियुक्त है, जिसकी भूमिका का परीक्षण किया जा रहा है, घटना के दौरान उसकी भूमिका क्या थी और उसने कितना अपराध किया। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। वहां पर जो मांस मिला था वह किस जानवर का है और कितने दिन पुराना था, इसकी भी रिपोर्ट आनी बाकी है। घटना केलिए जिम्मेदार कोई भी व्यक्ति हो वह बच नहीं सकेगा।

बवाल के मामले में नामजद आरोपियों में से पांच और आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। पुलिस ने चंद्र पुत्र लाल सिंह निवासी ग्राम महाव, रोहित पुत्र रामअवतार निवासी ग्राम बरौली, सोनू पुत्र सुखपाल निवासी ग्राम नयाबांस, कुलदीप पुत्र अतेश त्यागी निवासी ग्राम थल इनायतपुर और जितेन्द्र उर्फ लाला गुर्जर पुत्र जलील सिंह निवासी ग्राम चिंगरावठी को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद बवाल के मुकदमें में अभी तक नौ गिरफ्तारी हो चुकी हैं। जबकि वीडियो के आधार पर 22 और आरोपियों की शिनाख्त हो जाने के बाद अभी तक 49 आरोपियों की पहचान हो चुकी है। 40 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिशें दे रही हैं।

बवाल के मामले में मुख्य आरोपी माने जा रहे बजरंग दल के जिला संयोजक योगेशराज अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह दिल्ली में बड़े लोगों के संपर्क में है और शुक्रवार को उसने केन्द्र के मंत्रियों और संगठन के कुछ अहम पदाधिकारियों से भी मुलाकात उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया है।