लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने आगामी 6 दिसंबर के दिन को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया. इसके साथ ही यह भी घोषणा हुई कि प्रसपा के साथ इस महाभियान को सफल बनाने में बहुजन मुक्ति मोर्चा भी अहम भूमिका निभाएगी. गौरतलब है कि 6 दिसंबर के दिन को बाबा साहेब के 'परिनिर्वाण दिवस' के रूप में मनाया जाता है. साथ ही 6 दिसंबर को ही (1992 में) बाबरी मस्जिद को विध्वंस कर साप्रदायिक हिंसा और नफरत पूरे देश में फैलाया गया था.

इसी को मद्देनजर रखते हुए बहुजन मुक्ति मोर्चा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) 6 दिसंबर को संयुक्त रूप से काला दिवस मनायेगी. प्रेस कांफ्रेस में प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव रामनरेश मिनी ने कहा कि हमारी पार्टी बहुजन मुक्ति मोर्चा के साथ मिलकर 6 दिसंबर को काला दिवस के रूप में मनायेगी, हमारे पार्टी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश के 75 जिलों में जागरूकता अभियान चलाएंगे, हम इस दिन काली पट्टी बाँध जनता को उनके मौलिक अधिकारों के बारे में बताएंगे. वहीँ पार्टी के प्रवक्ता दीपक मिश्र जी ने कहा कि हम बहुजन मुक्ति मोर्चा के साथ संयुक्त रूप से संविधान बचाओ अभियान चलाएंगे.

इस अवसर पर बहुजन मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बीएल मार्तण्ड ने कहा कि हम शिवपाल सिंह यादव जी के नेतृत्व में यह अभियान चलाने जा रहे हैं, इस दिन हम लोगों के बीच जाकर उन्हें बताएंगे कि कैसे संघ और बीजेपी मिलकर हम सबके बीच फूट डाल रही है, देश को धोखा दे मंदिर- मस्जिद के नाम पर लड़ा रही है, हम सन्देश देंगे कि आप सबको आपस में मिलकर सांप्रदायिक ताकतों को उखाड़ फेंकना हैं.

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, पार्टी प्रवक्ता ई० अरविन्द, प्रवक्ता मो० शाहिद आदि लोग मौजूद रहे.