नई दिल्ली: पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना कैप्टन कहना भारी पड़ता दिख रहा है। कैबिनेट में उनके साथी ही उनके खिलाफ उतर आए हैं और इस्तीफे तक की मांग कर दी है। इसके अलावा कांग्रेस के और भी नेता सिद्धू के खिलाफ बोल रहे हैं, जबकि विपक्षी दल चुटकी ले रहे हैं। अब लुधियाना कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू भी इसमें शामिल हो गए हैं।

उन्होंने कहा, 'लुधियाना में सभी सड़कों को पोस्टर्स से भरा दिया गया है, जिसमें कहा गया है, 'पंजाब का कप्तान हमारा कप्तान है'। यह लोगों की भावना है। नवजोत सिंह सिद्धू को माफी मांगनी चाहिए। अगर वह मुख्यमंत्री को अपना पिता मानता हैं, तो वह माफी मांगने में क्यों झिझक रहे हैं?'

दरअसल अपने पाकिस्तान दौरे से सवालों के घेरे में आए सिद्धू ने कहा था कि मेरे कैप्टन राहुल गांधी हैं। उन्होंने ही मुझे हर जगह भेजा।' जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान जाने को लेकर उन्होंने अपने कैप्टन की सलाह क्यों नहीं मानी, तो उन्होंने कहा, 'आप किस कैप्टन की बात कर रहे हैं। ओह, कैप्टन अमरिंदर सिंह। वे आर्मी कैप्टन हैं। मेरे कैप्टन राहुल गांधी हैं। कैप्टन के कैप्टन भी राहुल गांधी हैं।'

इसी बयान पर राज्य सरकार के कई और मंत्रियों ने रविवार को सिद्धू की निंदा की और कहा कि वह अमरिंदर से माफी मांगें तथा 'बड़ों का सम्मान करना सीखें।' शनिवार को तीन मंत्रियों- तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखविंदर सिंह सरकारिया और राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कैबिनेट से सिद्धू का इस्तीफा मांगा था। रविवार को अरुणा चौधरी ने कहा कि सिद्धू की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण और अवांछित थी।