नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज हर्बर्ट वॉकर बुश का 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। जॉर्ज डब्लू बुश सीनियर के कार्यकाल में ही कोल्ड वॉर का अंत हुआ था। इसके साथ ही जॉर्ज बुश सीनियर ने कुवैत से इराकी सेना को हटाने के लिए वैश्विक गठबंधन बनाने में भी अहम भूमिका निभायी थी। जॉर्ज बुश सीनियर ने राजनीति में 3 दशक लंबा वक्त बिताया। बता दें कि जॉर्ज बुश सीनियर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति, जॉर्ज डब्लू बुश के पिता हैं। जॉर्ज डब्लू बुश ने ही एक बयान जारी कर अपने पिता के निधन की जानकारी दी।

जॉर्ज बुश सीनियर का जन्म 12 जून, 1924 में हुआ था। जॉर्ज बुश सीनियर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से पहले यूनाइटेड नेशन में एंबेस्डर, रिपब्लिकन नेशनल चेयरमैन, सीआईए के डायरेक्टर के पद पर भी रहे। साल 1988 में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर जॉर्ज बुश सीनियर अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। 1992 के चुनाव में जॉर्ज बुश सीनियर को बिल क्लिंटन के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद वह सक्रिय राजनीति से धीरे-धीरे दूर होते चले गए और उन्होंने खुद को सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित कर दिया।

हाल ही में जॉर्ज बुश सीनियर की पत्नी बारबरा का 73 साल की उम्र में निधन हुआ था। बुश परिवार का अमेरिका की राजनीति में अहम स्थान है। गौरतलब है कि जॉर्ज बुश सीनियर के पिता प्रोसकोट बुश कनेक्टिकट राज्य से सीनेटर थे। वहीं जॉर्ज बुश के एक बेटे जेब बुश अमेरिका राज्य फ्लोरिडा के 2 बार गवर्नर रहे। वहीं दूसरे बेटे जॉर्ज डब्लू बुश टेक्सास से 2 बार गवर्नर रहे और उसके बाद 2 कार्यकाल तक अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। पिछले कई सालों से जॉर्ज बुश वैस्क्यूलर पार्किंसन रोग से पीड़ित थे और चलने फिरने में असमर्थ थे। पार्किंसन रोग की वजह से जॉर्ज बुश सीनियर बोलने में भी असमर्थ हो गए थे और पिछले काफी समय से सार्वजनिक जीवन से दूर थे।