भुवनेश्वर: ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को कमजोर आयरलैंड पर 2-1 की संघर्षपूर्ण जीत से हॉकी विश्व कप में खिताब की हैट्रिक पूरी करने के इरादे से अपने अभियान की शुरुआत की। विश्व में नंबर एक ऑस्ट्रेलिया ने 2010 और 2014 में खिताब जीते थे। वह खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में इस टूर्नामेंट में उतरा है लेकिन पहले मैच में वह प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाया।

विश्व में दसवें नंबर के आयरलैंड ने आक्रमण और रक्षण में अच्छा खेल दिखाकर ऑस्ट्रेलिया को काफी परेशान किया। ऑस्ट्रेलिया का पेनल्टी कॉर्नर में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा। वह पांच में से केवल एक पेनल्टी कॉर्नर को ही गोल में बदल पाया।

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ब्लैक गोवर्स (11वें मिनट) और टिम ब्रांड (34वें मिनट) ने गोल किये जबकि आयरलैंड की तरफ से एकमात्र गोल शेन ओ डोनोगे (13वें मिनट) ने किया।

दोनों टीमों के बीच काफी अंतर है लेकिन आयरलैंड ने पहले दो क्वॉर्टर में ऑस्ट्रेलिया की पूरी तरह से बराबरी की। वह आयरलैंड था जिसने गोल में पहला शॉट जमाया लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर एंड्रयू चार्टर ने सीन मर्रे और मैथ्यू नेल्सन दोनों के शाट बचाकर संकट आल दिया।

ऑस्ट्रेलिया खेल आगे बढ़ने के साथ आत्मविश्वास में दिखा और उसे 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला। आयरलैंड ने वीडियो रेफरल मांगा जिसके बाद अंपायर का फैसला बदल दिया गया और ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी कार्नर मिला। गोवर्स ने फ्लिक से इसे गोल में बदला।

ऑस्ट्रेलिया की बढ़त हालांकि दो मिनट तक रही और ओ डोनोगे ने मर्रे से मिली गेंद पर गोल करके स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। दूसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया लेकिन गोल नहीं कर पायी। इस क्वॉर्टर में आयरलैंड ने भी पेनल्टी कॉर्नर गंवाया जबकि अंतिम क्षणों में ऑस्ट्रेलिया दो पेनल्टी कार्नर का फायदा नहीं उठा सका।

ऑस्ट्रेलिया ने आखिर में मध्यांतर के बाद चौथे मिनट में गोल करके बढ़त बनायी और उसे आखिर तक बनाये रखा। कोरे वेयर मध्यपंक्ति से गेंद लेकर आगे बढ़े और उन्होंने उसे बाक्स के अंदर अकेले खड़े ब्रांड को थमाया जिन्होंने दूसरे प्रयास में गोल किया।