नई दिल्ली: कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर पलटवार किया है. सिब्बल पीएम मोदी के उन आरोपों पर अपना जवाब दिया, जिसमें पीएम ने कहा था कि कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में देरी की कोशिश कर रही है. सिब्बल ने कहा, 'हम पीएम से पूछना चाहते हैं कि क्या कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट में किसी सुनवाई को रोक सकती है? यह सुप्रीम कोर्ट के प्रति मानहानि का मामला है. आप ये कहना चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट किसी के राजनीतिक दबाव में आ सकती है? ये शर्मनाक बात है. पीएम को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए.'

साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को तथ्य ही नहीं मालूम हैं. कांग्रेस पार्टी तो इस केस में शामिल ही नहीं है. कांग्रेस इस मामले में पार्टी नहीं है. मैंने इस केस में जनवरी 2018 से पेश होना बंद कर दिया.'

इसके अलावा सिब्बल ने कहा, 'पीएम घबराए हुए हैं. साल 2014, 2015, 2016 और 2017 में उन्हें रामलला याद नहीं आए. अब 2018 में चुनाव की वजह से फिर रामलला याद आ गए. डरा कौन रहा है? वीएचपी क्या कर रही है अयोध्या में? भय का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे पीएम को राजनीतिक फायदा मिल सके.'

बता दें, हालही में राजस्थान चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने अलवर में कहा कि जब अयोध्या का केस चल रहा था, कांग्रेस के राज्यसभा के सदस्य कहते हैं कि 2019 तक केस मत चलाओ क्योंकि 2019 में चुनाव हैं. देश के न्यायतंत्र को इस प्रकार से राजनीति में घुसाना उचित है क्या. उन्होंने आगे बोला कि जब सुप्रीम कोर्ट का कोई जज अयोध्या जैसे गंभीर संवेदनशील मसलों में देश को न्याय दिलाने की दिशा में सबकों सुनना चाहते हैं तो कांग्रेस के राज्यसभा के वकील सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति के खिलाफ महाभियोग लाकर उनको डराते धमकाते हैं.