भोपाल। कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद उपजे अंदरुनी कलह को खत्म करने के लिए पार्टी ने सख्त कदम उठाना शुरु कर दिया है। पार्टी कार्रवाई के नाम पर सीधे निष्कासन के आदेश जिला अध्यक्षों को भेज रही है।

पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी ने पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी को बाहर का रास्ता दिखाया था। अब गुरुवार को पार्टी ने उनके पुत्र नितिन चतुर्वेदी को निष्कासित कर दिया है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने 13 अन्य नेताओं को भी छह वर्ष के लिए निष्कासित किया है।

ये वह नेता है, जो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों का माहौल बिगाड़ रहे है। पार्टी ने इन नेताओं पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। बताया जा रहा है पार्टी बागियों की सूची तैयार कर रही है। जिसके चलते संभावना जताई जा आने वाले पांच दिनों में कई नेताओं पर गाज गिर सकती है।

टिकट वितरण के बाद कांग्रेस पार्टी 16 नेताओं के खिलाफ अनुशानहीनता की कार्रवाई कर चुकी है। गुरुवार को पार्टी ने ओर 13 नेताओं पर कार्रवाई की। ये वह नेता है जिनके खिलाफ लगातार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में शिकायत पहुंच रही थी।

इनमें से कुछ नेताओं की शिकायत सीधे प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया तक पहुंच रही थी। बता दें कि यह कार्रवाई तीन विधानसभा महाराजपुर, राजनगर और बिजावर के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर की है।

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने जिन नेताओं को छह वर्ष के लिए निष्कासित किया है। इनमें राजेश महतो, अनवरी खातून, लाला जयप्रकाश द्विवेदी, प्रकाश पांडेय, पीयूष दीक्षित, अंजना चतुवेर्दी, जगदीश शुक्ला, मनोज भटनागर, संतोष लटोरिया, क्षितिज शुक्ला, विशाल शर्मा, मोहन सिंह बुंदेला शामिल हैं।