एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस ने दुपहिया वाहनों पर पीछे बैठने वाले बच्चों की सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता देते हुए 14 से 21 नवंबर के दौरान ‘हेलमेट सेव्स चिल्ड्रन वीक‘ अभियान चलाया। बाल दिवस के अवसर पर शुरू किए गए इस अभियान की शुरुआत एक दिलचस्प रैप साॅन्ग वीडियो ‘द वाॅयस आॅफ चिल्ड्रन‘ से हुई। कंपनी ने अपने सोशल मीडिया चैनल्स पर इस वीडियो को जारी किया।
हमारे देश में आज भी दुपहिया वाहनों पर सवारी करने के दौरान हेलमेट पहनना जरूरी नहीं समझा जाता। हाल ही जारी रोड एक्सीडेंट रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2017 में दुपहिया वाहन चलाने के दौरान 98 ऐसे लोगों की मौत हो गई, जिन्होंने हेलमेट नहीं पहन रखा था।
एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस ने 2017 में एक मजबूत सीएसआर अभियान ‘हेलमेट सेव्स‘ लाॅन्च किया था, ताकि दुपहिया वाहन की सवारी करते समय हेलमेट पहनने के महत्व पर जागरूकता पैदा हो सके। पिछले साल अभियान के एक हिस्से के रूप में, सवारों के बीच हेलमेट पहनने की आदतों पर एक सर्वेक्षण आयोजित किया गया था। सर्वे के दौरान जो रुझान सामने आए, वे चैंकाने लगे थे – लगभग 50 प्रतिशत माता-पिता अपने बच्चों को बिना हेलमेट मोटरसाइकिल की सवारी करने की इजाजत देंगे, और 75 प्रतिशत अभिभावक अपने दुपहिया पर बिना हेलमेट बच्चों को पीछे बैठाने में संकोच नहीं करते और इस तरह वेे दिन में कम से कम एक बार उन्हें असुरक्षित सवारी कराते हैं।1
एक्साइड लाइफ इंष्योरेंस के डायरेक्टर-मार्केटिंग एंड डायरेक्टर चैनल श्री मोहित गोयल कहते हैं, ‘‘हमारा ‘हेलमेट सेव्स सर्वे-2017‘ हेलमेट पहनने के बारे में दुपहिया वाहन चालकों के नजरिए का खुलासा करता है और वाहनों पर पीछे बैठे बच्चों की दयनीय स्थिति को हमारे सामने लाता है। हाल ही में किए गए संयुक्त राष्ट्र मोटरसाइकिल हेलमेट अध्ययन के अनुसार, उचित हेल्मेट पहनने से सडक हादसे के दौरान जीवित रहने की संभावना 42 प्रतिशत तक बढ़ जाती है और सवारों को 69 प्रतिशत चोटों से बचने में मदद मिलती है। हमने महसूस किया कि इस मसले को लेकर लोगों के बीच पर्याप्त जागरूकता नहीं है। यही कारण है कि हमने ‘‘हेल्मेट सेव चिल्ड्रेन‘‘ के बैनर के तहत जागरूकता अभियान लॉन्च करने का फैसला किया। हमने एक महत्वपूर्ण संगीत वीडियो जारी करके बाल दिवस के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की और संदेश देने के लिए हमने बच्चों को ही इस वीडियो में
शामिल किया। इस अभियान को स्कूलों के माध्यम से और भारी यातायात वाले मार्गों पर रोडशो के माध्यम से आगे बढाया जाएगा।‘‘