नई दिल्ली: केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा है। राम मंदिर के निर्माण को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि 15 लाख रुपए के वादे की तरह राम मंदिर भी जुमला है? ये मुद्दा चुनाव के समय याद आता है, और चुनाव पूरे होने पर भुला दिया जाता है।

उद्धव ठाकरे ने मुंबई में कहा, 'हर किसी के खाते में 15 लाख रुपए की तरह, राम मंदिर भी जुमला है? जब हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं, तो हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राम मंदिर वास्तव में बनाया जाए। यह मुद्दा केवल चुनाव के दौरान आता है और एक बार चुनाव खत्म होने के बाद इसे भुला दिया जाता है।'

इससे पहले शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि राम मंदिर अदालत का नहीं बल्कि आस्था और राष्ट्रीय अस्मिता का मामला है और मंदिर निर्माण के लिए उनकी पार्टी का अभियान चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आगामी 24 नवंबर को अयोध्या जाएंगे। वहां वह लक्ष्मण किला में आयोजित कार्यक्रम में शरीक होने के बाद शाम को सरयू आरती भी करेंगे। ठाकरे 25 नवंबर को रामलला के दर्शन करेंगे।

उद्धव ठाकरे ने रविवार को एक बैठक में कहा, 'हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार'। ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं को निर्देशित किया कि अयोध्या जाने से बचे और महा आरती अपने संबंधित शहरों और जिलों करें।