सोनिया गाँधी ने बताया विनम्रता का प्रतीक

नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को मनमोहन सिंह को 'विनम्रता का प्रतीक' कहा। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 2017 के लिए इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सोनिया गांधी ने कहा, 'डॉ. मनमोहन सिंह का आचरण ऐसा है कि प्रतीत होता है कि वे बुद्धिमान ही पैदा हुए थे। उनके दशक लंबे प्रधानमंत्री कार्यकाल में भारत ने अपनी उच्चतम आर्थिक विकास दर दर्ज की। जब वह प्रधानमंत्री बने तब देश किनारे पर था और कुछ ही महीनों के भीतर उनकी नीतियों का गहरा प्रभाव पड़ा।'

सोनिया गांधी ने कहा, 'अपने (डॉ. मनमोहन सिंह) कार्यकाल में उन्होंने भारत का बिना क्रेडिट लिए दुनियाभर में सम्मान बढ़ाया। उन्होंने अपने काम को बोलने दिया।

मनमोहन सिंह को सम्मानित करने के मौके पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर और अन्य नेता भी यहां मौजूद रहे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की स्मृति में स्थापित 'इंदिरा गांधी मेमोरिल ट्रस्ट' द्वारा वर्ष 1986 से 'इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार' हर वर्ष विश्व के किसी ऐसे व्यक्ति को प्रदान किया जाता है जिसने समाज सेवा, निरस्त्रीकरण या विकास के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान किया हो। इस पुरस्कार के अंतर्गत 25 लाख रुपए नकद, एक ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है।

सोमवार सुबह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी 101वीं जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि दी। इन नेताओं ने सुबह शक्ति स्थल पहुंचकर इंदिरा गांधी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को इलाहाबाद में हुआ था। वह दो अलग-अलग अवधि में 15 वर्षों से अधिक समय तक देश की प्रधानमंत्री रहीं। 31 अक्टूबर, 1984 को उनकी हत्या कर दी गई थी।