कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भाजपा की ‘रथ यात्रा’ का उपहास उड़ाते हुए उसे ‘रावण यात्रा’ करार दिया और उन इलाकों को शुद्ध करने का आह्वान किया जहां से उसका रथ गुजरेगा। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने लोगों से अनुरोध किया कि वे ‘इस आयोजन की एक और सियासी हथकंडे के तौर पर अनदेखी करें।’

उन्होंने कहा, ‘मैंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा है कि जिन इलाकों से होकर रथ गुजरेगा वहां की सफाई के लिए ‘शुद्धिकरण और एकता यात्रा’ का आयोजन करें। मुझे हैरानी है कि पांच सितारा सुविधाओं से युक्त रथों में यह किस तरह की यात्रा होगी? यह ‘रावण यात्रा’ है, न कि ‘रथ यात्रा’।’

मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर प्रदेश भाजपा नेताओं ने फौरन पलटवार करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी मनोविकार से ग्रस्त हैं क्योंकि उन्हें अगला लोकसभा चुनाव भाजपा से हारने का डर है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि ममता बनर्जी और टीएमसी डर से ग्रस्त हैं। उन्हें ‘रथ यात्रा’ से खतरा लग रहा है क्योंकि इसका लक्ष्य प्रदेश में लोकतंत्र की स्थापना करना है।’

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह प्रदेश में पांच, सात और नौ दिसंबर को तीन ‘रथ यात्रा’ शुरू करेंगे जो बंगाल के सभी 42 लोकसभा क्षेत्रों में घूमेगी। इस ‘यात्रा’ के समापन पर पार्टी की कोलकाता में एक विशाल रैली करने की योजना है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित किए जाने की संभावना है।