नई दिल्ली: कांग्रेस सरकार में पूर्व कानून मंत्री रहे हंसराज भारद्वाज ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नेता मानने से इनकार कर दिया. भारद्वाज ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, 'अभी राहुल नेता नही हैं. जब तक उन्हें कोई पद नहीं मिलेगा, वह नेता नहीं बनेंगे. राहुल गांधी नेता तब बनेंगे, जब जनता उन्हें नेता बनाएगी.'

हंसराज भारद्वाज ने राहुल गांधी के मंदिर जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि धर्म के नाम पर वह (राहुल) जो भी करते हैं, वह गलत ही हो जाता है. भारद्वाज ने कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर मुड़ने पर कहा कि कांग्रेस के फेल होने का सबसे बड़ा कारण ही यही है कि वह धर्म की राजनीति में पड़ती है. भारद्वाज ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने कभी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं की.

भारद्वाज ने कहा कि राहुल गांधी अभी राजनीति सीख रहे हैं. वह अभी नेता नहीं हैं. जब जनता उनको स्वीकार कर नेता बनाएगी, वह तब नेता बनेंगे. गौरतलब है कि हंसराज भारद्वाज इससे पहले भी कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर इस तरह के बयान देते रहे हैं. अप्रैल, 2016 में जब राहुल कांग्रेस उपाध्यक्ष थे, तब उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी को अभी राजनीति सीखने की जरूरत है. वहीं, 2015 में भारद्वाज ने कहा था कि बीजेपी से मुकाबला करने में कांग्रेस पार्टी काफी कमजोर है. उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस काबिल नहीं है.

उन्होंने 2015 में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में कहा था कि राहुल भी जमीनी हकीकत से दूर हैं. राहुल युवा हैं और उन्हें युवाओं का नेतृत्व करना है लेकिन, वे वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में नही हैं. बता दें कि भारद्वाज 2009 से 2014 तक यूपीए-2 के कार्यकाल में केंद्रीय कानून मंत्री थे. इसके अलावा राज्यसभा सांसद के साथ ही वह कर्नाटक और केरल के गवर्नर भी रहे हैं.