लखनऊ। विपक्षी एकता के साथ ही सत्ता को सीधे टक्कर देने हेतु गठित विपक्षी दल मोर्चा शीघ्र ही राजनीतिक दलों की बैठक बुलायेगा। दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में आहूत इस बैठक में 50 से अधिक राजनीतिक दलों के भाग लेने की संभावना है। तेजी से बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच टुकड़ों में बिखरे समान विचारधारा के दलों को एकजुट कर एक मंच पर लाने की योजना पर कार्य कर रहे विपक्षी दल मोर्चा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है तथा इस क्रम में बहुजन क्रान्ति पार्टी (मा0 अ0) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रन्जीत सिंह को मोर्चे के राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

विपक्षी दल मोर्चा संयोजक व बहुजन विजय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चन्द्र ने आज लखनऊ में कहा कि विपक्षी दल मोर्चा के गठन से देश में राजनीतिक रसायन का बदलना तय है, जिसके लिए समान विचारधारा के लगभग 50 दल मोर्चा के सम्पर्क में हैं। उन्हांेने कहा कि विपक्षी दल मोर्चा टुकड़ों में बंटे विपक्ष को जोड़ने का एक प्रयास है तथा यह सत्ता के विरूद्ध लोकतंत्र का संयुक्त विपक्षी अभियान है।

केशव चन्द्र ने कहा कि समान विचारधारा के दलों का यह सम्मेलन विपक्षी एकता को मजबूत बनाते हुए सत्ता को सीधे टक्कर देने की जमीन तैयार करेगा, जिससे मोर्चा को आगामी लोकसभा चुनावों में अपनी ताकत दिखाने का मौका मिल सकेगा। संयोजक ने विपक्षी दलों को सलाह दी कि वे ठोस रणनीति बनाकर कार्य करें अन्यथा इसके परिणाम भयावह होंगे तथा इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी उठायेगी।

मोर्चा संयोजक ने सभी विपक्षी दलों का आह्वान करते हुए कहा कि मोर्चा उन सभी दलों का स्वागत करता है जो मूल्यों पर आधारित राजनीति में विश्वास करते हैं। देश में विपक्षी एकता की प्रबल संभावनायें हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश पर बोझ बन चुकी सत्तारूढ़ भाजपा को हराने के लिए विपक्ष के पास पीएम पद हेतु सर्वमान्य चेहरा भी जल्दी ही तय होगा। संयोजक ने विपक्षी दल मोर्चा के कार्यक्रमों को तेज करने के निर्देश भी दिये तथा आगामी बैठक की सफलता के लिए तैयारियों में जुट जाने को कहा।