नई दिल्ली: अमेरिका के चुनाव में नया इतिहास लिखा गया है. मध्यावधि चुनाव में पहली बार दो मुस्लिम महिलाओं को जीत मिली है. डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार राशिदा तालिब और इल्हान उमर यूएस कांग्रेस के लिए चुनी गईं है. इसके अलावा 27 साल की साफिया वजीर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चुनी गईं हैं.

राशिदा तालिब को मिशिगन से जीत मिली जबकि इल्हान उमर ने मिनेसोटा से बाज़ी मारी. इससे पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार राशिदा ने मिशिगन में जूनियर्स जॉन कान्यर्स को हराकर अपनी दावेदारी पेश की थी.

42 साल की राशिदा तालिब मूल रुप से फिलिस्तीन की हैं. जबकि इल्हान सोमालिया से ताल्लुक़ रखती हैं. इल्हान उमर के परिवार ने 1991 में सोमिलाया छोड़ दिया था. इसके बाद करीब चार साल तक इस परिवार ने केन्या में शरणार्थी शिविर में बिताया और फिर वो अमेरिका आ गए. दोनों ही महिलाएं इजरायल फिलिस्तीन विवाद पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए हमेशा सूर्खियों में रही हैं. राशिदा तालिब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोर आलोचक हैं. दो साल पहले ट्रंप के भाषण में खलल डालने की कोशिशों के चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था.

27 साल की साफिया वजीर दो बच्चों की मां है. साफिया का परिवार 1997 में तालिबान से भागा था उस वक्त उनकी उम्र सिर्फ 6 साल की थी. अमेरिका आने से पहले उनके परिवार ने 10 साल उज़बेकिस्तान में बिताया. साफिया ने काफी दिनों तक वॉलमार्ट में भी काम किया.

अमरीका में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट यानी कांग्रेस के लिए हुए चुनाव के नतीजों का ट्रंप के कार्यकाल के बाक़ी के दो साल और आगे की राजनीति पर गहर असर पड़ेगा. ये पहली बार है जब पूरी दुनिया की नज़र अमरीका के इस मिडटर्म चुनाव पर है. कहा जा रहा है कि अमरीका के इस मध्यावधि चुनाव में पिछले 50 सालों में सबसे ज़्यादा मतदान हुए है.