नई दिल्ली: पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर ही अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले पार्टी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। बीजेपी के ‘शत्रु’ का कहना है कि अगर देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जिंदा होतीं तो मैं कांग्रेस में होता। साथ ही उन्होंने बीजेपी से मोह बरकरार रखते हुए कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे, अगर पार्टी चाहे तो मुझे बाहर का रास्ता दिखा सकती है। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में दो बार मंत्री पद संभालने वाले शत्रुघ्न सिन्हा से पूछा गया कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री से कुछ भी अच्छा सीखा है, तो उन्होंने कहा, पीएम मोदी की एनर्जी। साथ ही उन्होंने कहा, “हमारे ग्रंथों का कहना है कि हमें ‘रावण’ सहित सभी से सीखना चाहिए”।

भाजपा से साथ अपने रिश्तों के पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि, पार्टी के साथ मेरे रिश्ते खट्टे मीठे हैं। उन्होंने कहा, मतभेद लोकतंत्र का सुरक्षा वाल्व है, मैं उन लोगों में से एक हूं जो भाजपा में उस भूमिका में हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने अटल बिहारी सरकार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, अटल जी के कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी ने डेमोक्रेटिक फेज का आनन्द उठाया। अटल सरकार से मोदी सरकार की तुलना में उन्होंने कहा, अब तो तानाशाही है। नोटबंदी जैसे फैसले चुपचाप ले लिए जाते हैं। रात में फैसले सुना दिए जाते हैं”।

पटना साहिब से सांसद सिन्हा भी सीबीआई के मसले पर विपक्ष से सहमत हैं। उन्होंने कहा, सरकार ने जांच एजेंसी को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा – कांग्रेस स्टैंड का समर्थन करते हुए कहा, सीबीआई में जो हुआ वह स्पष्ट रूप से अधिकारियों के बीच एक टर्फ युद्ध नहीं है, यह राफले जैसे कुछ को कवर करने का प्रयास है”।

शत्रुघ्न सिन्हा ने राफेल पर कांग्रेस का समर्थन करते हुए कहा, पीएम मोदी को फांस से खरीदे गए 36 जेट विमान की डील पर चुप्पी तोड़नी चाहिए। कांग्रेस ने राफेल पर मोदी सरकार की घेराबंदी की हुई है। राफेल पर ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी को चोर कह चुके हैं।