लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने ‘कृषि कुंभ-2018’ के समापन समारोह में राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी की सराहना करते हुये कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार भव्य कृषि कुंभ का आयोजन हुआ। उत्तर प्रदेश जो करता है उसका अनुसरण पूरा देश करता है। उत्तर प्रदेश से कृषक के विकास के प्रति संवेदनशीलता का संदेश पूरे देश में जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। उक्त विचार राज्यपाल राम नाईक ने आज भारतीय गन्ना शोध संस्थान में आयोजित ‘कृषि कुंभ-2018’ के समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किये।

राज्यपाल ने कहा कि देश का किसान कृषि के क्षेत्र में निपुण है। देश की आजादी के बाद हम खाद्यान्न आयात करते थे जबकि आज के समय हम निर्यात करते हैं। देश की आबादी तीन गुना बढ़ी है, खेती की जमीन सीमित है फिर भी किसान का कमाल है कि इतना अन्न उत्पादन करते हैं कि पूरा देश खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर है। यह प्रगति ‘जय जवान-जय किसान और जय विज्ञान’ का परिणाम है। केन्द्र एवं राज्य सरकार किसानों के विकास के लिये दृढ़ संकल्प है। वैज्ञानिक तकनीक की जानकारी किसानों के खेत तक पहुंचेगी तो देश और प्रगति करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभागीय योजनाओं पर प्रकाश डालते हुये कहा कि किसानों में सीखने की रूचि बढ़ी है। प्रदेश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों पर इस तरह का छोटा माडल लगाया जायेगा ताकि स्थानीय स्तर पर किसान लाभ उठा सकें। उन्होंने कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को दिये जाने वाले अनुदान की भी जानकारी दी।

विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसानों को इतने सम्मानजनक तरीके से आमंत्रित किया गया है। किसानी के बारे में उन्होंने भारतीय इतिहास से जुड़े प्रसंग भी बताये। उन्होंने कहा कि कृषि कुंभ से किसानों को नई जानकारी मिलेगी जिससे उनकी आमदनी निश्चित रूप से बढ़ेगी।

कृषि विपणन एवं निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह ने बताया कि सरकार ने ऐसी नीति बनाई है कि किसान अपनी उपज किसी भी मंडी में बेच सकता है। किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिये राज्य सरकार में मंडी शुल्क में भी परिवर्तन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानों को सही बाजार और सही मूल्य मिले।

इस अवसर पर प्रदर्शनी में उत्कृष्ट स्टाल लगाने वाले 10 महानुभावों, बड़े कृषि यंत्र बनानी वाली कम्पनी के 2 महानुभावों, प्रगतिशील किसानों, विद्यार्थियों सहित अन्य को भी सम्मानित किया गया।