लखनऊ : वक्फ बोर्ड में जारी भ्रष्टाचार और बेइमानों पर कार्यवाही न किये जाने पर इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने 8 रबीउल अव्वल के बाद आंदोलन को फिर से शुरू करने का एलान किया। मौलाना ने कहा कि वक्फ बचाओ आंदोलन अभी खतम नहीं हुआ है बल्कि कुछ दिनों के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया गया था। अगर वक्फ अपराधियों के खिलाफ उचित और ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो हम 8 रबीउल अव्वल के बाद आंदोलन को फिर से शुरू करेंगे, और इस बार बड़े पैमाने पर सुन्नी भाई भी वक्फ बचाव आंदोलन में शामिल होंगे। मौलाना ने कहा कि अभी इस संबंध में सरकार से बातचीत जारी है, कोशिश यह होगी कि समस्या बातचीत से हल हो और वक्फ अपराधियों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही हो और अन्हें जेल भेजा जाये।

पत्रकार जमाल खाशुकजी हत्या में सऊदी सरकार और अमेरिका दोनों शामिल

इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने तुर्की में सऊदी दूतावास में सऊदी पत्रकार जमाल खाशुकजी की बेरहमी से हत्या पर भी सऊदी सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की। मौलाना ने कहा कि आयातुउल्लाह शेख बाकिर उल निम्र को सऊदी शासकों ने झूठे और निराधार आरोपों के तहत शहीद कर दिया था और उस समय पूरी दुनिया चुपचाप तमाशा देखती रही। किसी ने सऊदी अरब के ज़ुलम और आतंकवाद का विरोध नहीं किया लेकिन आज दुनिया ने उनका असली चेहरा देख लिया कि किस तरह उन्होंने अपने ही पत्रकार को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। खाशुकजी की हत्या के बाद सऊदी अधिकारी लगातार झूठ बोलते रहे कि वह दूतावास से चला गया था, मगर अब इस हत्या हत्या की वास्तविकता सामने आ चुकी है , सऊदी दूत के घर उसके शव के टुकड़े मिले हैं और उसके जीवन में ही उसके शरीर की तिक्का बोटी कर दी गई थी। किया आपसी लड़ाई में एसा होता है कि किसी के शरीर को इस तरह टुकड़े कर दिया जाएं? मौलाना ने कहा कि इस हत्या में सऊदी अरब और अमेरिका दोनों शामिल हैं ,यह पुराने हत्यारे और डाकू हैं। इनका काम ही हत्या,कत्ल और लुटमार है।इस अपराध की सजा उन्हें मिलनी चाहिए मगर एसा नहीं होगा, इस हत्या के जुर्म में केवल कुछ बेगुनाह लोगों के सज़ा दे दी जाएगी और मामले को दबा दिया जाएगा। मौलाना ने कहा कि आयतुल्लाह शेख बाकिर उल निम्र की शहादत के बाद सऊदी अरब लगातार तबाही और ज़वाल की ओर बढ रहा है और वो दिन दूर नहीं जब इस तानाशाह सरकार का सफाया हो जाएगा।