नई दिल्ली। भारत में मुस्लिम छात्रों के सबसे बड़े संगठन मुस्लिम स्टूडेंट ऑफ इंडिया (एमएसओ) ने देश की राजधानी नई दिल्ली के वीवीआईपी इलाके मालवीय नगर में मदरसा के छात्र अजीम (8 साल) की लिंचिंग की घटना की निंदा की है। एमएसओ ने इस घटना को देश और लोकतंत्र के लिए शर्मनाक करार दिया है।

एमएसओ के राष्ट्रीय सचिव अनीस शिराज़ी ने कहा कि 8 साल के मासूम की पीट-पीटकर हत्या करना लोकतंत्र पर काले धब्बे की तरह है। लिंचिंग की यह घटना बताती है कि देश में नफरत को किस हद तक बढ़ा दिया गया है कि लोग एक मासूम की पीट-पीटकर दर्दनाक हत्या कर देते हैं। अजीम की हत्या उस जगह पर की जाती है जहां देश के प्रधानमंत्री, पूरी केंद्रीय कैबिनेट, देश की सभी प्रमुख एजेंसिया रहती हैं।

उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले लोग देश विरोधी हैं, वह देश के सेक्यूलरिज्म, संविधान और कानून को खुला चैलेंज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम देकर मुल्क के माहौल को खराब करना चाहते हैं। जिससे वह मासूमों और लाचारा लोगों की लाशों पर अपनी सियासी रोटियां सेक सकें।

एमएसओ ने इस घटना पर सभी राजनीतिक पार्टियों की चुप्पी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को मुसलमानों के वोट चाहिए होते हैं, लेकिन वह मुसलमानों के साथ हो रहे नाइंसाफी पर खामोश रहते हैं। एमएसओ ने मांग की है इस घटना की जांच होनी चाहिए साथ ही दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।