नई दिल्ली: सीबीआई में विवाद के बाद बड़े पैमाने पर अफसरों का ट्रांसफर हुआ है. इसमें स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच कर रहे डिप्टी एसपी एके बस्सी को पोर्ट ब्लेयर(अंडमान) भेज दिया गया. यह वही जगह है, जहां अंग्रेजों के राज में लोगों को काला-पानी की सजा मिलती थी. बता दें कि पोर्ट ब्लेयर भारत के अंडमान एवं निकोबार प्रान्त का जिला है. यह शहर अंडमान निकोबार की राजधानी भी है. पोर्ट ब्लेयर केन्द्र शासित क्षेत्र है. बस्सी को पोर्ट ब्लेयर एंटी करप्शन ब्यूरो का एसपी बनाया गया है. यह कार्रवाई बतौर ट्रांसफर हुई. इसी तरह अतिरिक्त SP एसएस गुम को CBI, ACB जबलपुर में स्थानांतरित कर दिया गया. CBI के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ केस की जांच कर रही टीम के सदस्यों JD (P) अरुण कुमार शर्मा, ए. साई मनोहर, HoZ वी. मुरुगेसन तथा DIG अमित कुमार को भी स्थानांतरित कर दिया गया है.

CBI में अधिकारियों के तबादले किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, "CBI प्रमुख जांच एजेंसी है, और उसकी संस्थागत अखंडता बनाए रखने के लिए अनिवार्य है कि जांच निष्पक्ष हो." पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह का कहना है, "मेरा मानना है कि संस्थान (CBI) की अखंडता सबसे अहम है. किन्हीं अनूठे हालात में सरकार के पास कदम उठाने का पूरा अधिकार है… इस वक्त दो शीर्षतम अधिकारियों के बीच खुली जंग संस्थान के लिए काला दिन है."