सबरीमाला विवाद पर मोदी की मंत्री स्मृति ईरानी का बयान
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर पिछले कई दिनों से जारी विवाद के बीच आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक बड़ा बयान दिया है।

स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे प्रार्थना करने का अधिकार है, लेकिन अपमान करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं भारत सरकार की एक कैबिनेट मिनीस्टर हूं इसलिए मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिपण्णी नहीं करूंगी।

@ANI
I have right to pray,but not right to desecrate.I am nobody to speak on SC verdict as I'm a serving cabinet minster. Would you take sanitary napkins soaked in menstrual blood into a friend's home? So why would you take them into the house of God: Smriti Irani on #SabarimalaTemple

पिछले करीब 800 साल से सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं देने की प्रथा जारी है। सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा की पूजा की जाती है।
भगवान् अयप्पा को लेकर ऐसी मान्यता है कि वे ब्रह्मचारी हैं। इसलिए सबरीमाला मंदिर में पीरियड की उम्र (10 से 50 साल) वाली महिलाओं का प्रवेश प्रतिबंधित है।