लखनऊ: लखनऊ सचिवालय एनेक्सी के पंचम तल पर शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों के साथ बैठक कर रहे थे। ठीक इसी समय एक शख्स ने एनेक्सी के बाहर चाकू खोंसकर नमाज पढ़ी। बाद में प्रधानमंत्री मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए और फरार हो गया। इससे सड़क पर जाम लग गया।

हैरत की बात यह है कि कमर में चाकू बांधकर आया आरोपी सिपाहियों की मौजूदगी में आसानी से फरार हो गया। जबकि, लखनऊ पुलिस और खुफिया विभाग को इसकी कानों-कान भनक तक नहीं लगी। बाद में सोशल मीडियो पर इसका वीडियो वायरल होने से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हजरतगंज पुलिस को एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घटना के वक्त ड्यूटी कर रहे आरक्षी मनोज और ट्रैफिक आरक्षी आनंद प्रकाश को निलंबित कर दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब आठ बजे एक शख्स लाल रंग की स्कूटी पर सवार होकर एनेक्सी के गेट नंबर एक के पास पहुंचा। इसके बाद उसने डिवाइडर लाइन पर मुसल्ला बिछाया और नमाज पढ़ने लगा। फिर अचानक उसने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आरोपी के बीच सड़क पर नमाज पढ़ने से सड़क पर दोनों तरफ जाम लग गया। इसमें कई अधिकारी और राजनेता के वाहन जाम में फंस गए। देखते ही देखते सड़क पर वाहनों की लम्बी कतार लग गई।

घटना के वक्त एनेक्सी गेट के आसपास कई पुलिस कर्मी मौजूद थे। लेकिन, पुलिस कर्मी उसकी इस हरकत पर कुछ नहीं बोले। एनेक्सी के बाहर नारेबाजी करने वाला यह शख्स कमर में गमछा बांधे हुए था। इसमें उसने चाकू भी खोंस रखा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जाम में फंसे बाइक सवार दो युवकों ने पास खड़े ट्रैफिक सिपाहियों को चाकू के बारे में बताया। इस पर सिपाहियों ने आगे बढ़कर आरोपी की कमर पर चाकू बंधा देखा। लेकिन सिपाहियों ने पूछताछ करने के बजाए मुंह फेर लिया।

पुलिस का लचर रवैया देख लोगों ने सिरफिरे की इस हरकत की वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर जारी कर दी। कुछ ही देर में यह वीडियो वायरल हो गया और इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी सकते में आ गए। सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक आरोपी जा चुका था।

लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार, एनेक्सी के बाहर रोड जाम करके अराजक गतिविधि करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। सीसी कैमरे की फुटेज से उसकी पड़ताल की जा रही है। मामले में लापरवाही उजागर होने पर दो सिपाहियों को निलम्बित किया गया है।