अयोध्या: राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंथ सत्येंद्र दास महाराज अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं कराए जाने की वजह से केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से खफा हैं। उन्होंने कहा है कि भाजपा रामलला के नाम पर जीतकर सरकार में आई लेकिन मंदिर निर्माण के मुद्दे पर अब भाजपा के नेता मामले को कोर्ट में होने का बहाना बनाकर किसी तरह की कार्रवाई से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर राम मंदिर का फैसला कोर्ट के निर्णय से ही होना है तो फिर हम भाजपा का साथ क्यों दें? लगे हाथ सत्येंद्र दास ने कहा कि अब उन्हें भाजपा से कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने भरोसा जताया कि राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाली शिवसेना ही राम मंदिर का निर्माण कराने में कोई अहम भूमिका निभा सकती है।

राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी ने यह बयान शिव सेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत की मौजूदगी में दिया। राउत शुक्रवार (12 अक्टूबर) को अयोध्या में राम लला का दर्शन करने के बाद सत्येंद्र दास से मिलने पहुंचे थे। इस मौके पर राउत ने बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जब मोदी सरकार तीन तलाक और एससी-एसटी एक्ट पर अध्यादेश ला सकती है तो राम मंदिर पर अध्यादेश क्यों नहीं ला सकती? राउत ने कहा कि अगर भाजपा अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनवा सकती तो उसे भगवान राम के नाम पर वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में संजय राउत ने कहा कि जब शिव सेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे जीवित थे तो उन्होंने विवादित ढांचे को गिराने में अहम भूमिका निभाई थी और ढांचा गिराकर भगवान राम को मुक्त किया था।

बता दें कि शिव सेना पिछले कुछ महीनों से राम मंदिर की आड़ में भाजपा पर निशाना साधते आ रही है। ऐसी उम्मीद है कि दीवाली के बाद शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या जाएंगे। संजय राउत ने बताया कि मुंबई की दशहरा रैली के दौरान उद्धव ठाकरे अपनी अयोध्या यात्रा का एलान कर सकते हैं। राउत ने कहा कि अगर भाजपा ने राम लला को वनवास में रखा तो जनता भाजपा को 2019 में वनवास भेज देगी।