नई दिल्ली: हिंदी भाषियों पर हो रहे हमले के विरोध में उतरे संगठन ने गुजरात, महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर हो रही हिंसा के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। साथ ही बनारस से चुनकर संसद पहुंचे 'गुजराती' नरेंद्र मोदी से भी काशी छोड़ने को कहा गया है।

गुजरात में उत्तर प्रदेश, बिहार सहित हिंदी भाषी लोगों हुए हमले और उसके बाद शुरु हुए पलायन की आंच राज्य से लेकर मोदी सरकार तक पहुंच चुकी है। राज्य मे 14 माह की बच्ची से से हुए बलात्कार के बाद फैली आग में राजनीतिक घी पड़ने से लपटें और भी तेज हो गई हैं। राज्य और केंद्र की सत्ता संभाल रही भारतीय जनता पार्टी विपक्षियों से लेकर आम लोगों के निशाने है। अब इसी मामले में एक वीडियो सामने आया है। इसमें पीएम मोदी से बनारस छोड़ने को कहा गया है।

वायरल हो रहा वीडियो बनारस का है। इसमें यूपी बिहार एकता मंच नाम का एक संगठन प्रदर्शन कर रहा है। हिंदी भाषियों पर हो रहे हमले के विरोध में उतरे संगठन के लोगों ने गुजरात, महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर हो रही हिंसा के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। वीडियो में गुजरातियों और मराठियों से ‘होश’ में आने की अपील की जा रही है। साथ ही बनारस से चुनकर संसद पहुंचे गुजराती नरेंद्र मोदी से भी काशी छोड़ने को कहा गया है।

यूपी बिहार एकता मंच का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष विश्वनाथ कुंवर ने कहा, “गुजराती और मराठी लोगों से अपील है कि हिंदी भाषी लोगों पर अत्याचार बंद करें। दोनों राज्य में बीजेपी की सरकार होने के बावजूद कोई सुध नहीं लेने वाला है। उन्होंने कहा, काशी के लोगों ने गुजराती नरेंद्र मोदी को गले लगाया। यहां से जिताया। लेकिन उनके गृहराज्य में ही हमारे साथ भेदभाव हो रहा है।” कुंवर ने आगे कहा, “पीएम मोदी मामले को संज्ञान में लेते हुए कड़ी कार्यवाई करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम गुजरातियों और मराराष्ट्र के लोगों को पलायन करने पर मजबूर कर देंगे।”

बता दें कि, गुजरात में एक बिहार के व्यक्ति द्वारा 14 माह की बच्ची से बलात्कार के बाद स्थानीय लोग लगातार राज्य में रह रहे हिंदी भाषी लोगों पर हमले कर रहे हैं। घर घर जाकर लोगों को धमकाया जा रहा है। लोग डरकर पलायन को मजबूर हो हैं। बड़ी संख्या में यूपी बिहार और एमपी के लोगों ने गुजरात छोड़ दिया है। मामले में 400 से ज्यादा गिफ्तारियां हो चुकी हैं। गुजरात के सीएम रूपनी ने लोगों से अपील की है कि लोग वापस आ जाएं।

वहीं, गुजरात के अलावा यूपी, बिहार और एमपी के साथ-साथ केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बाद भी लीपापोती का आरोप लगाकर अपने भी नाराज हो रहे हैं। इस मसले पर यूपी सरकार में सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) ने विजय रुपाणी सरकार का इस्‍तीफा मांगा है।

SBSP की पूर्वांचल में अच्‍छी पकड़ है जहां से बड़ी संख्‍या में कामगार गुजरात में नौकरी करते हैं। पार्टी अध्‍यक्ष और योगी आदित्‍यनाथ सरकार में काबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा, “गुजरात में भाजपा का शासन है…भाजपा के लोग गरीबों की बात करते हैं…तो वे उन्‍हें (यूपी, बिहार, एमपी के लोग) दौड़ा क्‍यों रहे हैं? …अगर वहां लोग कमाई करने गए हैं तो उनके साथ इस तरह का व्‍यवहार निंदनीय है। अगर गुजरात सरकार लोगों की सुरक्षा में नाकाम रही है तो उसे इस्‍तीफा दे देना चाहिए।”