लखनऊ: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद के पूर्व सदस्य सिराज मेंहदी ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के रथ को रोकने के लिए समान एवं धर्मनिरपेक्ष विचारधारा की पार्टियों को अब एक मंच पर आने में विलम्ब नहीं करना चाहिए, यह देरी हमारी रणनीति को कमजोर कर देगी।

श्री मेंहदी ने कहा कि कतिपय राजनीतिक दलों के गैर जिम्मेदाराना निर्णय न केवल भाजपा विरोध की रणनीति को कमजोर कर रहे बल्कि महागठबंधन की विश्वसनीयता पर भी संकट पैदा कर रहे हैं उन्होने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी साम्प्रदायिक शक्तियों के विरोध के नाम पर पूरे देश में विपक्षी दलों को एक साथ लाने का निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। आम चुनावों में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को साझा चुनौती देने की कोशिशें कामयाब भी हो रही हैं। उन्होने कहा कि गैर भाजपा दलों के शीर्ष नेताओं को जल्द से जल्द महागठबंधन को आकार दे देना चाहिए इसमें देरी हमारे एजेण्डे को विफल कर देंगीं।

श्री मेंहदी ने कहा कि कतिपय गैर भाजपा दलों को अदृश्य भय से खौफजदा होने की बजाय राष्ट्रहित में आगे कदम बढ़ाना होगा तभी अहंकारी केन्द्र सरकार और उसके प्रधानमंत्री को शिकस्त दी जा सकेगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा तेजी से लोकसभा चुनाव की तैयारी और उम्मीदवारेां के बारे में निर्णय लेकर उन्हें मैदान में भेज रही है वहीं गैर भाजपा दल अभी नीति-रीति और तौर तरीकों में उलझे हैं। अनिर्णय की स्थिति में जमीनी कार्यकर्ता भी असमंजस में है। उन्होने यह भी कहा कि गैर भाजपा पार्टियों को राजनीतिक एवं दूसरे हितों को प्राथमिकता देने की बजाए महागठबन्धन को मजबूत करने तथा भाजपा को पराजित करने की दिशा में युद्ध स्तर पर काम शुरू करना चाहिए।

श्री मेंहदी ने कहा कि अभी हालिया आये बसपा प्रमुख सुश्री मायावती के बयान और सपा प्रमुख श्री अखिलेश यादव जी के बयान पर कांग्रेस पार्टी को तुरन्त विचार कर स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए। यह बात करने का फर्ज बड़ी पार्टी के नाते कांग्रेस का बनता है और विपक्ष भी यही पैगाम बार-बार दे रहा है।

श्री मेंहदी ने कहा कि भाजपा के कृत्यों की जानकारी देश एवं प्रदेश की जनता को है। कानून व्यवस्था तार-तार हो गयी है और महिलाएं, छात्र-छात्राएं तथा जनमानस सड़क पर निकलने में खौफजदा रहते हैं। बिजली संकट बढ़ा है। कम्रचारी चाहे किसी भी विभाग का है सरकार की नीति से त्रस्त है और आफिस में कार्य करने के बजाय सड़क पर आ चुका है। मंहगाई की मार अब जनता सहन नहीं कर पा रही है। राम मंदिर के नाम पर धोखा दिया गया है। ऐसे समय का लाभ अगर एकता बनाकर कांग्रेस ने नहीं लिया तो जनता कभी कांग्रेस को माफ नहीं करेगी।