लखनऊ: लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड की परछाई से यूपी पुलिस अभी तक निकल भी नहीं पायी है कि एक बार फिर यूपी पुलिस को एक अन्य मामले में शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। दरअसल अतिरिक्त मुख्य ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के आदेश पर बुलंदशहर पुलिस के 13 पुलिसकर्मियों के खिलाफ डकैती के एक मामले में केस दर्ज किया गया है। आरोपी पुलिसकर्मियों में 5 सब-इंस्पेक्टर भी शामिल हैं और सभी खुर्जा पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। मोहम्मद मुश्तकीम (40 वर्ष) का, जो कि पेशे से एक धोबी है, आरोप है कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने उसे नारकोटिक्स और अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त करने के मामले में पहले गिरफ्तार किया और फिर उसके घर पर छापा मारकर 2 मोटरसाइकिल और 84000 रुपए कैश अपने साथ ले गए।

पुलिसकर्मियों द्वारा मुश्तकीम के घर पर की गई छापेमारी की पूरी घटना नजदीक के ही एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फिलहाल आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 395 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। खबर के अनुसार, बीती 8 सितंबर को 15 पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में मुश्तकीम के घर पहुंचे और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। मुश्तकीम के चाचा साबिर अहमद ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनसे अलमारी खुलवाकर सारा कैश और सभी कीमती सामान ले लिया। इतना ही नहीं पुलिसकर्मी जाते हुए उनकी बाइकें भी अपने साथ लेकर चले गए। मुश्तकीम के घर के नजदीक स्थित बैंक के सीसीटीवी कैमरे में पुलिसकर्मियों के आने और जाने की यह पूरी घटना कैद हो गई। इतना ही नहीं जिस कपड़़े में पैसे बंधे हुए थे, वह भी पुलिसकर्मियों द्वारा ले जाते हुए कैमरे में कैद हो गया।

मुश्तकीम की मां का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके बेटे के साथ मारपीट की। मुश्तकीम की पत्नी अफसाना का कहना है कि यह सब इसलिए किया गया क्योंकि मुश्तकीम पुलिसकर्मियों के कपड़े धोता है और पुलिसकर्मियों पर उनका कई महीनों का बकाया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, मुश्तकीम की पत्नी का आरोप है कि बकाए को लेकर उनकी एक पुलिसकर्मी के साथ बहस भी हुई थी, शायद इसीलिए पुलिसकर्मियों ने उन्हें निशाना बनाया। गौरतलब है कि इसी दिन बुलंदशहर पुलिस ने खुर्जा से ही शाहनवाज नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और दावा किया कि मुश्तकीम और शाहनवाज दोनों को आधी रात में जीटी रोड से 700 ग्राम नारकोटिक्स, एक पिस्टल और 10000 रुपए के साथ गिरफ्तार किया था। काफी दिनों तक पुलिस स्टेशन के चक्कर काटने के बाद मुश्तकीम के परिजनों ने 19 सितंबर को कोर्ट का रुख किया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। वहीं खुर्जा के सर्किल ऑफिसर गोपाल सिंह जो कि इस मामले की जांच कर रहे हैं, उनका कहना है कि कोर्ट के सामने अधपकी स्टोरी पेश की गई। फिलहाल हम मामले की जांच कर रहे हैं।