लखनऊ: मोदी सरकार द्वारा पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी इजाफा करने के बाद मात्र 2.50 रुपया कम करने को आम आदमी पार्टी ने भाजपा की चुनावी चाल बताया | यूपी के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि तीन राज्यों के चुनाव दो-तीन दिन में घोषित होने वाले है उसके ठीक पहले केंद्र सरकार का कीमतें कम करना दिखावा मात्र है | गुजरात, कर्नाटक के चुनाव से पहले भी मोदी सरकार ने तेल की कीमत कम कर दी थी लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद तुरंत तेल की कीमतें बढ़ा दी गई | मोदी सरकार ने पिछले चार साल के कार्यकाल में डीजल पर 443 प्रतिशत और पेट्रोल पर 213 प्रतिशत टैक्स बढाकर जनता की मेहनत की कमाई को लूटने का काम किया है |

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 29 देशों को मात्र 37 रुपया में डीजल बेंच रही है और देश के लोगों को मोदी सरकार 75 रुपया में डीजल बेंच रही है | ये देश के लिए दुर्भाग्य है | मोदी सरकार कुछ पूंजीपतियों की सरकार है, उनके खजाने भरने के लिए ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृधि की गई थी |

सांसद संजय सिंह ने बताया कि देश में पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा वैट भाजपा शाषित राज्य वसूल रहे हैं जिनमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है | वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष में रहते हुए कहा था कि यदि कच्चा तेल 90 डालर प्रति बैरल है तो पेट्रोल 50 रुपया से ज्यादा नहीं होना बिकना चाहिए लेकिन वित्त मंत्री भाजपा के सरकार में आने के बाद भी पेट्रोल के दाम 50 रुपया नहीं कर सके जबकि कच्चे तेल की कीमत 50 डालर प्रति बैरल से भी नीचे चली गई थी | उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली से सवाल किया है कि क्या कल से प्रतिदिन 10 पैसा, 15 पैसा, 36 पैसा, 48 पैसा तेल का दाम बढ़ना बंद हो जायेगा ? चार दिन की चांदनी, फिर अँधेरी रात |

प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने दिल खोलकर भाजपा को विधानसभा चुनाव में वोट दिया था इसके बाद ही योगी जी मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे है इसलिय मुख्यमंत्री योगी का कर्तव्य बनता है कि पेट्रोल-डीजल पर वैट के नाम पर मात्र दो रुपया पचास पैसा कम न कर जनता से न्यूनतम वैट लें जिससे जनता को महगाई की इस चरम बेला में वास्तविक राहत मिल सके |