लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज राजभवन में ‘राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस’ पर रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। कार्यक्रम का आयोजन किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा किया गया था। इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के डीन प्रो0 विनीता दास, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 एस0एन0 शंखवार, विभागाध्यक्ष ट्रांसफ्यूजन प्रो0 तूलिका चन्द्रा, डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद मेमोरियल सोसायटी की उपाध्यक्ष डाॅ0 पुष्पलता चन्द्रा सहित मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ एवं रक्तदाता भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने इस अवसर पर 40 रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया।

राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि रक्तदान सहजता से किया जाने वाला दान है। यह ऐसा दान है जिसमें देने वाले का कोई नुकसान नहीं होता और लेने वाले को नया जीवन मिलता है। रक्त देने वाला भी बहुधा यह नहीं जानता कि उसके रक्त से किसकी जान बच रही है। अमीर-गरीब, महिला-पुरूष आदि सबका रक्त बराबर है। उन्होंने कहा कि संकल्प लें कि अपना जीवन केवल अपने लिये नहीं है बल्कि दूसरे का जीवन बचाना भी पुण्य का काम है।

श्री नाईक ने कहा कि रक्तदान को लेकर भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता है। रक्तदान के महत्व को समझें और दूसरों को प्रेरित करें। विज्ञान ने बहुत प्रगति की है। आज रोबोट के माध्यम से चिकित्सा सेवा दी जा रही है पर किसी लेबोरेट्री में रक्त नहीं बनाया जा सकता। ऐसे में रक्तदान के महत्व को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रक्तदान राष्ट्रीय भक्ति का सबसे आसान और सहज भाव है।

प्रो0 तूलिका चन्द्रा विभागाध्यक्ष ट्रांसफ्यूजन मेडिसन ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा विभाग की उपलब्धियों एवं भावी योजनाओं पर भी चर्चा की। कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष प्रो0 विनीता दास तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 एस0एन0 शंखवार ने भी अपने विचार रखें।