नई दिल्ली: लगभग 10 दिन पहले 19 साल की युवती के साथ हरियाणा के रेवाड़ी में गैंगरेप किया गया था। रविवार (23 सितंबर) को हरियाणा पुलिस ने इस मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने वालों में सेना का जवान भी शामिल है, जो अब तक फरार चल रहा था।

हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने मीडिया से कहा कि मनीष और सेना के जवान पंकज की गिरफ्तारी के साथ ही इस कथित गैंगरेप के मामले के सभी प्रमुख आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। डीजीपी ने पीटीआई को बताया कि इस मामले के सभी प्रमुख आरोपी जो अभी तक फरार थे, अब गिरफ्तार कर लिए गए हैंं।” इससे पहले, मामले का एक अन्य आरोपी निशु, दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। रेवाड़ी कांड के कारण पूरे देश में आक्रोश की लहर दिखाई पड़ी थी।

गैंगरेप की घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की मांग कर दी थी। विपक्ष का आरोप था कि राज्य सरकार अपनी बेटियों की इज्जत की सुरक्षा करने में नाकाम रही है। कथित दुष्कर्म की ये घटना 12 सितंबर को हुई थी। हरियाणा पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था।

महिला का 12 सितंबर को महेंद्रगढ़ जिले के कनीना कस्बे के बस अड्डे से अपहरण किया गया था। महिला अपने घर से कोचिंग क्लास जाने के लिए निकली थी। आरोप है कि इस मामले के आरोपी उसे सिंचाई के लिए लगाए गए ट्यूबवैल के कमरे में ले गए। जहां पीड़िता लड़की को नशीला पदार्थ देकर तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।

सरकार की इस मामले में खासी फजीहत होने के बाद पुलिस ने सुराग देने वालों को एक लाख ईनाम देने की घोषणा की थी। इसके आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिजन नाराज थे और उन्होंने मुआवजे का चेक लौटा दिया था। पीडि़ता की मां ने बताया था, ” 15 सितंबर को कुछ अधिकारी हमारे घर आए थे और मुझे मुआवजा राशि का चेक दिया। मैं इसे वापस कर रही हूं। हमें इंसाफ चाहिए, पैसा नहीं। घटना के पांच दिन हो चुके हैं, लेकिन एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस पहले उन दरिंदों को पकड़े।”