पटना: मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेपकांड में अब पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा की गिरफ़्तारी के आदेश हुए हैं. उनके घर छापेमारी के दौरान कारतूस बरामदगी के बाद जांच मेंआरोप सही पाये जाने के बाद यह आदेश दिया गया हैं . जल्द कोर्ट में उनकी गिरफ़्तारी के वॉरंट की प्रक्रिया भी शुरू होगी . अभी तक अग्रिम ज़मानत की उनकी याचिका कोर्ट से ख़ारिज हुई हैं .सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बिहार पुलिस पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के साथ पूछताछ भी करने की तैयारी में है. इन दोनो लोगों के चेरियां बरियरपुर घर से सीबीआई की छापेमारी के दौरान पिछले महीने पचास से अधिक अवैध जिंदा कारतूस बरामद हुए थे.हालांकि विपक्षी दलों का कहना हैं कि सत्तारूढ़ दल का विधायक होने के कारण पुलिस ने इनकी तत्काल गिरफ़्तारी नहीं की बल्कि गोलियों को जांच के लिए लैब भेज दिया. हालांकि इस संबंध में दायर मामले में अब तक न मंजू वर्मा और न ही इनके पति को अग्रिम ज़मानत के रूप में राहत मिली है. लेकिन बिहार पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले के बाद इस मामले को ठंडे बस्ते में और नहीं रखा जा सकता है.

इसलिए आने वाले समय में न केवल पूछताछ बल्कि इस सम्बंध में गिरफ़्तारी की संभावना से इंन्कार नहीं किया जा सकता. हालांकि मंजू वर्मा का शुरू के दिनों में कहना था कि वो निर्दोष हैं लेकिन उनके पति और उनका इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से न केवल मधुर सम्बंध पाया गया बल्कि यह भी खुलासा हुआ कि मंत्री पति बराबर मुजफ्फरपुर भी जाते रहते थे. इस सम्बंध में कई सुबूत भी मिले थे.हालांकि विपक्षी दल के लोगों का कहना हैं कि अब देखना यह हैं कि इन लोगों से पूछताछ कब होती हैं और क्या एफ़एसएल की रिपोर्ट की आड़ में जो बचाने का खेल चल रहा हैं वो बंद होता हैं या नहीं.