नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इमरान खान ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि आंतकवाद पर फिर से बातचीत शुरू होनी चाहिए. इस चिट्ठी में ये भी लिखा गया है कि साकारात्मक बदलाव लाने के लिए वाजपेयी जी ने कोशिश की थी. बताया जा रहा है कि 15 सितंबर को इमरान ख़ान ने लिखी थी चिट्ठी.

दरअसल, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पीएम नरेंद्र मोदी को जो चिट्ठी लिखी है, उसमें भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से वार्ता बहाल करने की की बात कही गई है. पत्र में इमरान खान ने दोनों देशों के बीच विदेश मंत्री स्तर की वार्ता का भी सुझाव दिया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद पर भी बातचीत करने को हमेशा तैयार है.

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पत्र भारत के प्रधानमंत्री के पास ऐसे वक्त में आया है, जब एक दिन पहले ही अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक बीएसएफ जवान की पाकिस्तानी सैनिकों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी. पिछले महीने शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में इमरान खान ने कहा कि हम आपकी उस भावना का समर्थन करते हैं, जो दोनों देशों के लिए एकमात्र रास्ता "रचनात्मक इंगेजमेंट में निहित है" भावना है.

ऐसा माना जा रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातें हो सकती हैं. ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली के दौरान मुलाकात हो सकती है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के इतर दक्षेस देशों के विदेश मंत्रियों की परिषद की अनौपचारिक बैठक में भाग ले सकती हैं.