नई दिल्ली: राफेल सौदे पर लगातार आक्रामक रूख अख्तियार करनेवाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से गुरुवार को केन्द्र सरकार पर बड़ा हमला बोला। लेकिन, इस बार राहुल के निशाने पर थीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण। राहुल ने कहा कि रक्षा मंत्री को जरूर इस्तीफा दे देना चाहिए।

राहुल ने यह हमला हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिलेट के पूर्व चीफ टीएस राजू की उस टिप्पणी के बाद किया है जिसमें उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स को यह बताया कि राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस की कंपनी के साथ कंट्रैक्ट कर भारत में ही बनाया जा सकता था।

1 सितंबर को रिटायर हुए राजू ने कहा – जब एचएएल चौथी पीढ़ी का 25 टन सुखोई-30 लड़कू विमान वायुसेना के लिए तैयार कर सकता है तो फिर हम क्या बात कर रहे हैं? हम निश्चित रूप से इसे तैयार कर सकते हैं।

48 वर्षीय राहुल गांधी ने एलएएल के पूर्व चीफ के इस बयान की न्यूज रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट कर हमला बोला कि- “भ्रष्टाचार पर बचाव कर रहे आरएम (राफेल मिनिस्टर) को फिर से झूट बोलते हुए पकड़ा गया है। पूर्व एचएएल चीफ टीएस राजू ने इस झूठ को पकड़ा है कि एचएएल के पास राफेल बनाने की क्षमता नहीं है।उनका (सीतारमण) रुख अस्थिर है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।''

दरअसल, गांधी ने जो खबर शेयर की है उसके मुताबिक राजू ने कहा है कि एचएलएल भारत में राफेल विमानों का विनिर्माण कर सकती थी।

कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती में संप्रग सरकार में किए गए समझौते की तुलना में बहुत अधिक है जिससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया जिससे एचएएल से कॉन्ट्रैक्ट लेकर एक निजी समूह की कंपनी को दिया गया।