श्रीनगर: कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई ने बुधवार को कहा कि वह राज्य के आगामी शहरी स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव लड़ेगी. हालांकि पार्टी ने कहा कि अगर सुरक्षा से संबंधित उनकी चिंताओं पर राज्य प्रशासन द्वारा गौर नहीं किया गया तो वह अपने फैसले पर फिर से विचार कर सकती है.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी ए मीर ने कहा,‘हम बीजेपी और आरएसएस को जीत का अवसर नहीं दे सकते. हम सांप्रदायिक ताकतों को जमीनी स्तर के लोकतंत्र की संस्थाओं पर कब्जा करने से रोकने के लिए पूरी शक्ति से स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव लड़ेंगे.’ हालांकि मीर ने कहा कि कांग्रेस ने कई बार जम्मू कश्मीर के राज्यपाल कार्यालय को विशेष रूप से घाटी की सुरक्षा चिंताओं से अवगत कराया है.

उन्होंने कहा,‘हमने उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए एन एन वोहरा के (19 जून 2018 को) राज्य का जिम्मा संभालने के समय से राज्यपाल के पास तीन प्रतिनिधिमंडल भेजे. अब तक, हमें इस मुद्दे पर कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ है.’

मीर ने कहा कि उनकी पार्टी शांतिपूर्ण, सुरक्षित, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर राज्य प्रशासन द्वरा उठाए गए कदमों का आकलन करेगी. उन्होंने कहा,‘अगर इस मुद्दे पर गौर नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी इस पर विचार करेगी. (चुनावों में भागीदारी के) फैसले की समीक्षा करना हमारे अधिकार क्षेत्र में है.’

बता दें 15 सितंबर को जम्मू कश्मीर के गर्वनर सत्यपाल मलिक ने राजनीतिक दलों से पंचायत चुनाव और शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भाग लने की अपील की थी. उन्होंने कहा था, 'मैं उनसे अपील करता हूं कि वे चुनाव में भाग लें. चुनाव न तो मेरे लिए हैं और न दिल्ली के लिए चुनाव जम्मू-कश्मीर की जनता के लिए हैं.

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था, 'आर्टिकल 35 ए का मामला न्यायालय के विचाराधीन है. हम कह चुके हैं कि जब तक नई सरकार नहीं बनती हम कोई स्टैंड नहीं ले सकते. मैं उनसे अपील करता हूं कि वह चुनाव में भाग लें. चुनाव न तो मेरे लिए हैं और न दिल्ली के लिए चुनाव जम्मू-कश्मीर की जनता के लिए हैं.