नई दिल्ली: शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की चाल से अपने सांसदों को बचाने के लिए पहली बार दोनों सदनों का नेता एक ही व्यक्ति को बनाया है। ठाकरे ने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को लिखी चिट्ठी में पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय राउत को ही लोकसभा में भी पार्टी का नेता बनाने की गुजारिश की है। बता दें कि राउत राज्य सभा में भी शिव सेना के नेता हैं। शिव सेना की तरफ से यह कदम उन अंदरूनी चर्चाओं के बाद उठाया गया है जिसमें कहा जा रहा था कि बीजेपी सेना के लोकसभा सांसदों पर डोरे डाल रही है और उन्हें अपने पाले में करने की कोशिशों में जुटी है। इस आशंका को तब बल मिला था जब पिछले महीने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा गया कि शिव सेना के चीफ व्हिप चंद्रकांत खैरे ने पार्टी सांसदों को सरकार के पक्ष में मतदान करने का व्हिप जारी किया था। हालांकि, ठाकरे ने उस वक्त इन खबरों का खंडन किया था और पार्टी की स्थिति स्पष्ट की थी कि उनके सभी सांसद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से बाहर रहेंगे।

लोक सभा में शिव सेना के कुल 18 सांसद हैं जबकि राज्य सभा में कुल तीन सांसद हैं। संजय राउत राज्य सभा में और आनंदराव अदसुल लोक सभा में शिव सेना के संसदीय दल के नेता हैं लेकिन अब पार्टी प्रमुख ने लोकसभा स्पीकर को लिखा है कि दोनों सदनों में पार्टी संसदीय दल के संयुक्त नेता संजय राउत ही होंगे। संजय राउत पार्टी के मुखपत्र सामना के भी कार्यकारी संपादक हैं। वो साल 2004 से लगातार राज्य सभा के सदस्य हैं। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने उद्धव ठाकरे का पत्र मिलने की पुष्टि की है।