नई दिल्ली: प्रैक्टिस मैच, टीम इंडिया में अनबन का कारण बनती नजर आ रही है. सुनील गावस्कर समेत कई दिग्गज मानते हैं कि इंग्लैंड में टीम इंडिया की हार की एक वजह प्रैक्टिस मैचों की कमी थी. हालांकि, टीम प्रबंधन में इस बात पर मतभेद है. कप्तान विराट कोहली मानते हैं कि ऐसे मैचों से टीम को ज्यादा फायदा नहीं मिलता. दूसरी ओर कोच रवि शास्त्री ज्यादा प्रैक्टिस मैच के पक्ष में हैं.

भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले सिर्फ एक प्रैक्टिस मैच खेला था. एसेक्स के खिलाफ यह मैच भी पहले चार दिन के लिए प्रस्तावित था. बाद में टीम इंडिया के आग्रह पर इसे तीन दिन का कर दिया गया था. इस मैच के बाद भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैच खेले गए. इंग्लैंड ने यह सीरीज 4-1 से जीती थी.

भारतीय टीम का अब अगला महत्वपूर्ण दौरा ऑस्ट्रेलिया का है. टीम नवंबर में ऑस्ट्रेलिया जाएगी. भारतीय टीम इस टेस्ट सीरीज से पहले अधिक से अधिक प्रैक्टिस मैच खेल सकती है. भारतीय टीम दौरे पर पहले तीन टी20 मैच खेलेगी. इसके बाद चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे का अंत वनडे सीरीज खेलकर करेगी.

भारतीय कोच रवि शास्त्री इंग्लैंड दौरे पर मिली हार से निराश नहीं हैं. उन्होंने अंग्रेजी की एक वेबसाइट से कहा, ‘हम सकारात्मक सोच के साथ इंग्लैंड से रवाना हो रहे हैं. हमने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज पहले अधिक से अधिक अभ्यास मैच आयोजित कराने का बोर्ड से अनुरोध किया है.’

शास्त्री ने कहा, ‘हम टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले तीन या चार दिवसीय दो मैच खेलना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए समय होगा? उदाहरण के लिए, टेस्ट सीरीज से पहले हमें वहां पर टी20 सीरीज खेलनी है. टेस्ट मैच शुरू होने से पहले 10 दिन का अंतराल है. ये कुछ चीजें हैं जिन्हें पहले ही मंजूरी दे दी गई है और यह हमारे नियंत्रण में नहीं है.’

विराट कोहली ने हाल ही में कहा था, ‘लोग अभ्यास मैचों की बात करते हैं, लेकिन अहम सवाल यह है कि ये मैच कहां हो रहे हैं. विरोधी टीम का गेंदबाजी आक्रमण कैसा है. मेजबान बोर्ड टूरिंग टीम के सामने प्रैक्टिस मैच के लिए अक्सर कमजोर टीम उतारते हैं. ऐसे में प्रैक्टिस मैचों का कोई मतलब नहीं रह जाता.’