नई दिल्ली: कांग्रेस की मुंबई इकाई के प्रमुख संजय निरुपम ने बुधवार को एक विवादित बयान दिया. महाराष्ट्र के स्कूलों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जिंदगी पर बनी लघु फिल्म दिखाने के राज्य सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए उन्होंने मोदी को 'अनपढ़' करार दिया. बीजेपी नेताओं ने निरुपम के बयान पर कड़ा विरोध जताया है. बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई की प्रवक्ता शाइना एनसी ने निरुपम को 'मानसिक तौर पर विक्षिप्त' करार दिया.

कांग्रेस नेता निरुपम ने एक समाचार चैनल से कहा, 'जबरन फिल्म दिखाने का फैसला गलत है. बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहिए. मोदी जैसे अशिक्षित और निरक्षर व्यक्ति पर बनी फिल्म देखकर बच्चे क्या सीखेंगे?'

निरुपम ने कहा, 'बच्चों और लोगों को तो यह भी नहीं पता कि प्रधानमंत्री के पास कितनी डिग्रियां हैं.' बाद में अपने बयान के बारे में पूछे जाने पर निरुपम ने पत्रकारों से कहा कि सत्ताधारी पार्टी को हर शब्द पर आपत्ति करने की कोई जरूरत नहीं है और 'लोकतंत्र में प्रधानमंत्री भगवान नहीं होता.'

निरुपम की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते साइना एनसी ने ट्वीट किया, "मानसिक रूप से विक्षिप्च संजय निरुपम द्वारा एक और अप्रिय टिप्पणी. संभवतः भूल गए हैं कि नरेंद्र मोदी 125 करोड़ भारतीयों द्वारा चुने गए हैं जो ''अनपढ़ या गवार'' नहीं हैं.

महाराष्ट्र के बीजेपी सांसद अनिल शिरोले ने ट्वीट किया,'प्रधानमंत्री एक पार्टी के प्रतिनिधि नहीं हैं, वह देश और इसके लोगों के प्रधानमंत्री हैं. संजय निरुपम ने हमारे प्रधानमंत्री का अपमान करके उनके कार्यालय, देश का अपमान किया है.'