नई दिल्ली : मुंबई में HDFC बैंक के वाइस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ सांघवी की हत्या कर दी गई है. 5 सितंबर से गायब सिद्धार्थ का शव मिला है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को भी गिरफ़्तार किया है. पुलिस को शक है कि हत्या को बैंक की पार्किंग में ही अंजाम दिया गया. बैंक की तीसरी मंज़िल पर जहां उनकी कार पार्क होती थी वहां ज़मीन पर ख़ून के धब्बे मिले हैं. पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि सिद्धार्थ की हत्या पेशेवर प्रतिद्वंदिता (प्रोफेशनल राइवलरी) के चलते हुई है. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए 20 वर्षीय कैब ड्राइवर सरफराज शेख ने कथित तौर पर कबूल किया है कि सिद्धार्थ सांघवी की हत्या के लिये उसे चार लोगों ने सुपारी दी थी. जिसमें एक महिला भी शामिल है.

पुलिस ने चारों लोगों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है उसमें सांघवी के सहकर्मी भी शामिल हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुषार दोषी के मुताबिक आरोपी कैब ड्राइवर को नवी मुंबई से हिरासत में लिया गया था और बाद में पुलिस को सौंप दिया गया. उन्होंने कहा, 'छानबीन में पता चला है कि सांघवी की हत्या की साजिश रचने और शव को ठिकाने लगाने में उसकी भूमिका है'. आपको बता दें कि 39 वर्षीय सिद्धार्थ सांघवी शाम को करीब साढ़े सात बजे दफ्तर से निकले थे और उसके बाद से उनका पता नहीं चल पा रहा था. कहा जा रहा है कि उसी दिन उनकी हत्या कर दी गई थी.

सिद्धार्थ सांघवी दक्षिणी मुंबई के पॉश मालाबार हिल इलाके में पत्नी और 8 वर्षीय बच्चे के साथ रहते थे. बताया जा रहा है कि क्रेडिट और मार्केट रिस्क पर अच्छी पकड़ रखने वाले सांघवी ने 2007 में बैंक ज्वाइन करने के बाद से अच्छी तरक्की की थी. हाल ही में उनका प्रमोशन भी हुआ था. पुलिस का मानना है कि हत्या के पीछे यह भी एक वजह हो सकती है. पुलिस तमाम बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है. सिद्धार्थ सांघवी की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है. ताकि और सुराग मिल सके.