13वें दिन भारत को मिले दो रजत सहित छह पदक

जकार्ता: एशियन गेम्‍स में 13वें दिन भारतीय महिला हॉकी टीम का स्‍वर्ण जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका. भारतीय महिला टीम को फाइनल में जापान के खिलाफ 1-2 से हारना पड़ा और उसे रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. मुकाबले के 13वें दिन आज भारत दो रजत सहित छह पदक जीतने में सफल रहा. भारत ने इसमें से तीन पदक नौकायन में जीते.महिला हॉकी के अलावा भारत को एक रजत पदक महिला वर्ग की जोड़ी वर्षा गौतम और श्वेता शर्वेगर ने दिलाया, तो कांस्य पदक वरुण ठक्कर-गणपति चेंगप्पा और हर्षिता तोमर ने दिलाया. स्‍क्‍वॉश के पुरुष वर्ग में भारतीय टीम सेमीफाइनल में हांगकांग से 0-2 से हार गई और उसे कांस्‍य पदक से ही संतोष करना पड़ा. बॉक्‍सर विकास कृष्‍ण ने 75 किलो वर्ग में भारत के लिए कांस्‍य पदक हासिल किया है, यह भारत का एशियन गेम्‍स 2018 का 64वां पदक है. उधर, पुरुष बॉक्सिंग के 49 किग्रा वर्ग में भारत के अमित फोंगल ने फाइनल में प्रवेश करते हुए स्‍वर्ण या रजत पदक जीतना सुनिश्चित कर लिया है. वे बॉक्सिंग के फाइनल में स्‍थान बनाने वाले देश के पहले बॉक्‍सर हैं. इससे पहले महिला स्क्वॉश टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया है. महिला टीम ने स्‍वर्ण या रजत पदक जीतना तय कर लिया है. इसके अलावा नौकायन भारत के कीरो रागीना और नाओचा सिंह ने अच्छे प्रदर्शन के साथ अपनी-अपनी स्पर्धाओं के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. वहीं, प्रकांत शर्मा और जेम्सबॉय सिंह की जोड़ी ने भी पुरुषों की कनोए 200 मीटर युगल स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. भारतीय जोड़ी ने सेमीफाइनल के लिए अंतिम सूची में नौवां स्थान हासिल किया.(

भारतीय महिला हॉकी टीम को शुक्रवार को फाइनल मुकाबले में जापान के हाथों 1-2 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा. जापान के लिए शिहोरी ओइकावा ने 11वें और मोतोमी कावामुरा ने 44वें मिनट में गोल किए.वहीं भारतीय टीम के लिए नेहा गोयल ने 25वें मिनट में एकमात्र गोल किया. इस हार के साथ ही भारतीय महिला टीम एशियाई खेलों में 36 साल बाद दूसरा स्वर्ण पदक जीतने से चूक गईं. भारत ने 1982 में नई दिल्ली में हुए नौवें एशियाई खेलों में पहली बार स्वर्ण पदक जीता था. स्वर्ण से चूकने के कारण भारतीय महिला टीम को टोक्यो ओलिंपिक-2020 का टिकट भी गंवाना पड़ा. टोक्यो ओलम्पिक खेलने के लिए भारतीय टीम को अब क्वालिफाइंग मैच खेलने होंगे.