लंदन।: यूके पार्लियामेंट में एक कार्यक्रम के दौरान 1984 के दंगे के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में राहुल ने कहा- “उसको लेकर मेरे दिमाग में कहीं कोई संशय नहीं है, यह एक काफी पीड़ादायक अनुभव था। आप कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी इसमें शामिल थी, मैं इससे सहमत नहीं हूं। निश्चित रूप से, हिंसा हुई और यह एक बड़ी घटना थी।”

समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, बाद में लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स में इंटरेक्टिव सेशन के दौरान उनसे एक बार फिर से सिख विरोधी दंगे और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान के बारे में पूछा गया। जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा- “जब मनमोहन सिंह ने कहा, वह हम सभी की तरफ से कहा। जैसे की मैनें पहले कहा, मैं हिंसा का भुक्तभोगी हूं और मैं यहां जानता हूं कि इसकी पीड़ा क्या होती है।”

राहुल ने आगे कहा- “इसलिए, मैं इस धरती पर किसी के भी खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा के विरोध में हूं। किसी को परेशान होते हुए देखकर मैं खुद व्याकुल हो जाता हूं। इसलिए, मैं सौ फीसदी निंदा करता हूं और किसी भी हिंसा में शामिल किसी के भी खिलाफ सौ फीसदी उसे दंडित करना का समर्थन करता हूं। ये बिल्कुल साफ है।”