बेगूसराय (बिहार) : मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले में बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के आवास पर हुए सीबीआई के छापे के दौरान 50 कारतूस मिलने के बाद वर्मा और उनके पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. सीबीआई ने शुक्रवार को मंजू वर्मा के पटना स्थित आवास और उनके बेगूसराय स्थित ससुराल समेत राज्य के चार जिलों में उनके करीब 12 ठिकानों पर छापे मारे थे. चेरिया बरियारपुर थाने के प्रभारी रंजीत कुमार रजक ने कहा कि छापे के दौरान वर्मा के अर्जुन टोला स्थित ससुराल पक्ष के घर से 50 कारतूस मिलने के बाद उनके और पति चंद्रशेखर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने बताया कि ये कारतूस अलग-अलग हथियारों के हैं. रंजीत कुमार रजक ने कहा कि सीबीआई के एक अधिकारी ने दंपति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उन्होंने अधिकारी का नाम नहीं बताया.

मंजू वर्मा ने पिछले हफ्ते यह खुलासा होने के बाद राज्य की समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था कि उनके पति चंद्रशेखर ने इस कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से इस साल जनवरी से जून के बीच 17 बार बात की थी.

इस्तीफे के बाद मंजू वर्मा ने यह भी कहा कि मामले की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा हो रही है और जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. इससे पूर्व मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह में यौनाचार के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने मुजफ्फरपुर अदालत परिसर में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा था कि उसका मंत्री के पति से व्यावहारिक संबंध है. माना जा रहा है कि ब्रजेश ठाकुर के इस बयान के बाद मंजू वर्मा पर इस्तीफे का दबाव और बढ़ गया था.