भारत में स्वास्थ्य एवं आरोग्य सप्लीमेंट्स के सबसे बड़े रिटेलर्स में से एक, गार्जियन हेल्थकेयर ने जीएनसी के प्रचार के लिए मशहूर अभिनेता एवं फिटनेस आइकाॅन, जाॅन अब्राहम को कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। जीएनसी, वैश्विक रूप से एक प्रमुख पोषण एवं आरोग्य सप्लीमेंट्स ब्रांड है। जाॅन अब्राहम स्वस्थ जीवन के एक प्रबल पक्षधर हैं और उनकी व्यक्तिगत मान्यताएं जीएनसी के मूल्यों से मेल खाती हैं।

इस साझेदारी से कंपनी को बाजार में आगे बढ़ने में और अधिक मदद मिलेगी, और इससे विशेष तौर पर ब्रांड के बारे में जागरूकता पैदा की जा सकेगी और पूरे भारत में फ्रेंचाइजी लोकेशंस के लिए ट्रैफिक एवं दृश्यता बढ़ेगी। वर्तमान में, भारत का न्युट्रास्युटिकल्स बाजार 4 बिलियन डाॅलर का है और यह हर वर्ष 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है और इस प्रकार, वर्ष 2022 तक यह बाजार 10 बिलियन डाॅलर तक पहुंच जायेगा। जीएनसी का उद्देश्य वर्ष 2020 तक सभी महानगरों एवं टायर 1 शहरों के सभी बड़े सप्लीमेंट एवं फार्मेसी स्टोर्स पर इसे उपलब्ध कराना है।

जीएनसी इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शदाब खान ने कहा, ‘‘हमें जाॅन अब्राहम को अपने ब्रांड के रूप में साइन करते हुए बेहद प्रसन्नता हो रही है, चूंकि वे ‘लीव वेल’ (स्वस्थ जीवन जीएं) की ब्रांड फिलाॅसफी के प्रतीक हैं। जाॅन के रूप में, हमें एक ऐसा साथी मिला है, अच्छे स्वास्थ्य को प्रोत्साहन देने एवं इसी पैरोकारी करने हेतु उचित वचनबद्धता एवं प्रवृत्ति को प्रदर्शित करता है। उनके जरिए हमें मिलेनियम आॅडियंस को अपने व्यवसाय से जोड़ने में मदद मिलेगी, जो कि हमारे निरंतर विकास एवं सफलता हेतु महत्वपूर्ण है।’’

भारतीय उपभोक्ताओं में ‘‘लीव वेल’’ (स्वस्थ जीवन जीएं) की नींव डालने के उद्देश्य के साथ, गार्जियन हेल्थकेयर और जीएनसी ने पोषण के चार आधार स्तंभों की पहचान की है – मल्टीविटामिन, ओमेगा, प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स। स्वस्थ जीवन के लिए संपूर्ण पोषण होना अत्यावश्यक है। हालांकि, इसके लिए बस भोजन ही पर्याप्त नहीं है, और आज की व्यस्त जीवनशैली के चलते पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिल पाता है। स्वास्थ्य एवं आरोग्य के क्षेत्र में 80 वर्ष से अधिक समय के विशेषज्ञ ज्ञान के साथ, जीएनसी अपर्याप्त पोषण के चलते पैदा हुए आभाव को पूरा करने के लिए पोषण सप्लीमेंट्स उपलब्ध कराता है। वैज्ञानिक तरीके से तैयार किये गये इन फाॅम्र्यूलाज को 150 गुणवत्ता एवं सुरक्षा जांचों से होकर गुजरना पड़ता है, ताकि अधिकतम शुद्धता, गुणवत्ता एवं क्षमता सुनिश्चित की जा सके।’’