नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की सलाहकार कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (CoA) के एक फैसले से भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओँ के वेतन में काफी वृद्धि हुई है। बता दें कि सीओए के फैसले के बाद भारतीय क्रिकेट चयन समिति के सदस्यों के वेतन में 30 लाख रुपए वार्षिक और चयन समिति के प्रमुख के वेतन में 20 लाख रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है। उल्लेखनीय है कि 3 सदस्यीय चयन समिति के प्रमुख पूर्व भारतीय विकेट कीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद हैं। वहीं समिति के 2 अन्य सदस्य पूर्व अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेटर देवांग गांधी और सरनदीप सिंह हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीओए के फैसले के बाद चयन समिति के सदस्यों का वेतन अब बढ़कर 90 लाख रुपए सालाना होगा, जो कि पहले 60 लाख रुपए सालाना था। इसी तरह चयन समिति के प्रमुख को अब बढ़ोत्तरी के बाद सालाना 1 करोड़ रुपए मिलेंगे, जो कि पहले 80 लाख रुपए मिलते थे।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के कामकाज की निगरानी के लिए 2 सदस्यीय पैनल CoA का गठन किया था। इस पैनल में CAG के पूर्व चीफ विनोद राय और पूर्व क्रिकेटर डायना एडुल्जी शामिल हैं। CoA ने ही बीते मई माह में मैच फीस, पिच क्यूरेटर्स के डेली भत्तों, अंपायर, मैच रेफरी, स्कोरर और वीडियो एनालिस्ट के वेतन में 100 प्रतिशत बढ़ोत्तरी को मंजूरी दी थी। ऐसा नहीं है कि वेतन में बढ़ोत्तरी सिर्फ मुख्य चयन समिति को ही मिली है। जूनियर चयन समिति के चेयरमैन को भी अब सालाना 65 लाख रुपए मिलेंगे, वहीं इसके सदस्यों को 60 लाख सालाना का वेतन मिलेगा। वहीं महिला क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं को सालना 25 लाख और समिति के चेयरमैन को 30 लाख रुपए सालाना मिलेंगे।

बीसीसीआई के हवाले से खबर आयी है कि सीओए, जब तक चयनकर्ताओं को वेतन वृद्धि के बारे में सूचित करता, उससे पहले ही कई चयनकर्ताओं ने बोर्ड के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी से उनके वेतन में वृद्धि करने की मांग की थी। इसके बाद अमिताभ चौधरी ने बोर्ड के जनरल मैनेजर सबा करीम से इस संबंध में बात की थी। गौरतलब है कि इंडिया-ए के कोच और भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ के वेतन में वित्तिय वर्ष 2014-15 में ही वृद्धि कर दी गई थी। ऐसे में अमिताभ चौधरी ने चयनकर्ताओँ के वेतन में 70% की वृद्धि करने की अनुशंसा की थी।