लंदन. भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण का कहना है कि टीम के गेंदबाजों ने पहले मैच में शानदार काम किया था, खासकर दूसरी पारी में उन्होंने पहली पारी से बेहतर गेंदबाजी की थी. उन्होंने कहा कि खेल में सुधार की संभावनाएं हमेशा होती हैं. बावजूद इसके टीम के गेंदबाजों से इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती थी. भरत ने साथ ही जसप्रीत बुमराह पर स्थिति साफ करते हुए कहा है कि वह दूसरे टेस्ट मैच में नहीं खेलेंगे.

भरत ने यहां प्रेस कांन्फ्रेंस में कहा, गेंदबाजों से इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती. हालांकि सुधार की संभावनाएं हमेशा होती हैं, लेकिन गेंदबाजों ने शानदार काम किया था. पहली पारी से दूसरी पारी में गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन में सुधार किया था.

बुमराह के बारे में गेंदबाजी कोच ने कहा कि जसप्रीत गेंदबाजी करने की स्थिति में, लेकिन वह मैच खेल सकें यह कहना जल्दबाजी होगा. दूसरे टेस्ट मैच में वह चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे." बता दें कि दूसरा टेस्ट मैच 9 अगस्त से लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेला जाएगा.

भरत ने कहा कि पहले मैच में दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों को रन करने में परेशानी हुई थी. उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि पहले मैच में दोनों टीमों के बल्लेबाजों को परेशानी हुई थी. अगर आप स्कोर देखेंगे तो सिर्फ विराट कोहली और जोए रूट ने स्विंग का अच्छे से सामना किया था. हमारे लिए चुनौती है कि हम यहां की स्थितियों के साथ अच्छे से तालमेल बिठाएं. इसके लिए हमारे पास रणनीति भी है."

हार्दिक पांड्या ने पहले टेस्ट मैच में ज्यादा गेंदबाजी नहीं की थी. भरत से जब पूछा गया कि हार्दिक को वह एक परिपक्व टेस्ट हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में देखते हैं तो भरत ने कहा कि उनमें काफी प्रतिभा है. उन्होंने कहा, "वह तकनीकी तौर पर काफी अच्छे हैं. उनमें काफी प्रतिभा है, लेकिन हार्दिक जितना कम गेंजबाजी करते उतना अच्छा था क्योंकि बाकी के गेंदबाज अच्छा कर रहे थे. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में हमारे लिए शानदार काम किया था। इसमें कोई शक नहीं है कि वह शानदार खिलाड़ी हैं.

दूसरे टेस्ट मैच के टीम संयोजन पर भरत ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और कहा कि इसका फैसला हालात को देखकर मैच से पहले लिया जाएगा. बता दें कि भारत को बर्मिघम के एजबेस्टन में खेले गए पहले मैच में 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा था और अब उसकी कोशिश गुरुवार से शुरू हो रहे दूसरे मैच में जीत हासिल कर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में बराबरी करने की है.