भोपाल: मध्य प्रदेश में बिजली पर मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हां, मैं मदारी हूं, जब डमरू बजाता हूं तो बिजली बिल माफ हो जाता है. शिवराज का यह बयान कमलनाथ के उस बयान के बाद आया है जिसमें कमलनाथ ने शिवराज से मध्य परदेश में गरीबों के बिजली बिल को माफ़ करने को कहा था.

दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर राजनीतिक लाभ के लिए मनमानी घोषणाएं करने और यात्राएं निकालने का आरोप लगाते हुए कहा था कि चौहान को एक साल नहीं बल्कि 14 साल का गरीबों का बिजली बिल माफ करना चाहिए.

गौरतलब है कि एमपी में चुनावी सरगर्मियां तेज होते ही बिजली के बिल पर सियासत तेज होना शुरू हो गई थी. कांग्रेस ने पहले ही ऐलान कर रखा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के दस दिन के अंदर बिजली बिल माफ़ कर दिया जाएगा. वहीं कांग्रेस इस मामले पर शिवराज सरकार की आलोचना से पीछे नहीं हटती और बिजली बिल की माफ़ी की मांग करती रहती है.

इस मामले में शिवराज सरकार ने हाल ही में एक और बड़ा फैसला लिया है. जिसमें प्रदेश में बिजली चोरी के मामले में दर्ज केस वापस लिए जाएंगे. करीब 55 हजार किसानों पर दर्ज मामले वापस होंगे. सरकार ने एक लाख बिजली चोरी मामले में 55 हजार केस वापस लेने की तैयारी कर ली है. इस मामले में अब राज्य सरकार खुद बिजली कंपनियों को राशि भुगतान करेगी.

इससे पहले शिवराज सरकार ने संबल योजना के तहत बिजली उपभोक्ताओं को तोहफा दिया था, जब बिजली बिल माफी योजना के तहत सरकार 16 लाख उपभोक्ताओं के 5179 करोड़ रुपये के बिजली बिल माफ करने का ऐलान किया था. इस योजना के तहत पंजीयन कराने वाले मजदूरों को 200 रूपये महीने फ्लेट रेट पर बिजली बिल मिलेंगे.