पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि कोई भी आरक्षण के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता है और वो इसके लिए कोई भी क़ुर्बानी देने को तैयार हैं. पटना में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्ममी योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि दलित समुदाय के आरक्षण के लिए वो किसी हद तक जा सकते हैं. समाज के पिछड़े तबके के लोग हमेशा से उनकी प्राथमिकता में रहे हैं.

सीएम नीतीश ने कहा," जहां तक हक और अधिकार का प्रश्न है. एससी और एसटी के अधिकारी को कोई नहीं छिन सकता है. धरती पर किसी के पास दम नहीं है जो आरक्षण के अधिकार को छीन सकता है. हमलोगों को जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी तो देंगे अगर कोई इसे छिनने की कोशिश करेगा."

उन्होंने कहा कि समाज के हर तबके के लोगों को हमलोगों ने काम दिया है और खासतौर से उस तबके को जो मुख्यधारा से अलग रहे हैं और आज इसका लाभ लोगों को मिल रहा है. सीएम ने कहा कि हम निगेटिव बात नहीं करने हैं. निगेटिव बात करने वाले लोगों से उनका कोई लेना देना नहीं है. हम तो काम पॉजिटिव डायरेक्शन में करते हैं और करते रहेंगे.

सीएम ने कहा कि दलित उद्यमी योजना के तहत दलित उद्यमियों को दस लाख रुपये की मदद दी जा रही है. जिसमें पांच लाख अनुदान सरकार दे रही है और बाक़ी के पांच लाख रुपये बहुत कम ब्याज दर पर मुहैया कराया जा रहा है.

इस मौके पर उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि वो सभी क्षेत्रों में दलित समुदाय की भूमिका देखना चाहते हैं और बिहार सरकार ने इस योजना को खासतौर से इसी समुदाय के लोगों के लिए लेकर आयी है.