नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच कायम गतिरोध समाप्त नहीं हो रहा है। एक बार फिर जस्टिस जोसेफ कुरियन ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ बोला है। उन्होंने कहा कि सीजेआई रोस्टर के मास्टर हैं। लेकिन उन्हें दूसरों से भी सलाह लेना चाहिए। दूसरों के बारे में भी सोचने की जरूरत है। इसके साथ ही जस्टिस जोसेफ ने मोदी सरकार पर न्यायाधीशों की नियुक्ति में देरी का आरोप लगाया।

बता दें कि जस्टिस जोसेफ कुरियन उन चार जजों में शामिल हैं, जिन्होंने जनवरी माह में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को नहीं बचाया गया तो लोकतंत्र नाकाम हो जाएगा। देश के शीर्ष अदालत में चल रहे मतभेदों को सामने ला दिया था। अदालत की समस्याओं को सूचीबद्ध करते हुए कहा था कि ये देश की सर्वोच्च संस्था को नुकसान पहुंचा रही हैं। ये भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर सकती है। यह स्वतंत्र भारत की पहली घटना थी जब सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने इस तरह से प्रेस कांफ्रेंस की थी।

गौर हो कि इससे पहले उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में आगे बढ़ाने की कॉलोजियम की सिफारिश को वापस भेजने के फैसले को कुरियन जोसेफ ने अभूतपूर्व बताया था। कहा था कि इस मामले पर और अधिक चर्चा किए जाने की आवश्यकता है।