नई दिल्ली: राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को लेकर शुक्रवार (20 जुलाई) शाम बड़ा बयान आया। वहां की सरकार ने कहा कि राफेल डील पर वे किसी प्रकार ब्यौरा नहीं दे सकते। अभी भी उस सौदे पर नियम लागू होते हैं। यह डील साल 2008 में हुई थी।

आपको लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाया था, “रक्षा मंत्री ने कहा कि फ्रांस के साथ रफेल की डील पर गोपनीयता का पहलू था। मैं व्यक्तिगत तौर पर फ्रांस के पीएम से मिला और उनसे पूछा कि क्या कोई ऐसी बात थी। उन्होंने साफ किया कि नहीं, ऐसा कुछ नहीं था। जादू से पीएम ने रफेल का दाम बढ़ाकर 1600 करोड़ रुपए कर दिए।”