लखनऊ। शहर के सैकड़ों छात्रों ने आज यहां लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित हुये सेमिनार में आईएएस की परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के गुर सीखे। विजन आईएएस की ओर से निःशुल्क हुये इस सेमिनार में सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राओं के साथ सोलह वर्ष से कम उम्र के बच्चों ने भी सिविल सर्विसेज की परीक्षा के बारे में जानने की उत्सुकता दिखायी। निःशुल्क सेमिनार में मौजूद छात्रों को बीते वर्ष आईएएस की परीक्षा में बेहतर रैंक हासिल करने वाले संदीप भागिया, अंकित पन्नू और मनीष कुमार ने आईएएस परीक्षा में मिली सफलता के अनुभवों के बारे में बताया और सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं में सफलता पाने के टिप्स दिये और मार्गदर्शन दिखाया। इस मौके पर सिविल सर्विसेज परीक्षा को मैराथन दौड़ बताते हुये पन्नु ने बताया कि इसमें सफलता के लिये छात्रों को रोजाना आधार पर 10-12 घंटे पढ़ने के साथ उन्हें अखबार और करंट अफेयर मैगजीन से नोट बनाना चाहिए।

इससे पहले सेमिनार की शुरूआत करते हुये विजन आईएएस में पढ़ाने वाले शिक्षक जतिन गुप्ता ने बताया कि सिविल सर्विस की परीक्षा में हर साल 7 लाख उम्मीदवार बैठते है और उनमें से सिर्फ 1000 छात्रों का ही चयन होता है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कई ऐसे आईएएस के अनुभवों के बारे में बताया कि उन्होंने किस तरह सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं को उत्तीर्ण किया। उन्होंने कहा कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा में सफलता के लिये आईएएस में सफल लोगों के अनुभवों को भी दिलों में उतारना होगा। विजन आईएएस के इस सेमिनार में जहां सोलह वर्ष से कम उम्र के लोगों ने भी सिविल सर्विसेज की परीक्षा के बारे में उत्सुकता दिखायी वहीं लड़कों की तुलना में काफी संख्या में लड़कियों ने भी रूचि दिखायी।